Guna News: 60 किलोमीटर बहकर राजस्थान पहुंचा बच्चे का शव चाचा-भतीजे की पार्वती नदी में डूबने की घटना समाजसेवी के वीडियो ने दिलाई सफलता

Guna News | जिले के जंजाली क्षेत्र में पार्वती नदी में डूबे चाचा-भतीजे में से भतीजे का शव तीसरे दिन मिल सका। यह शव 60 किलोमीटर दूर राजस्थान के Bapchi में पाया गया। चाचा का शव पहले दिन ही घटनास्थल से 50 मीटर की दूरी पर मिला था। SDERF की टीम तीन दिनों से नाबालिग भतीजे की खोज में लगी हुई थी। एक ग्रामीण ने बच्चे का बहते हुए Video बना लिया था। इसी जानकारी के आधार पर टीम ने गुना राजस्थान सीमा पर सर्चिंग शुरू की और सफलता प्राप्त की। पढ़िए, नाबालिग बच्चे की खोज का पूरा विवरण…

पहले मामले को समझें…

बजरंगगढ़ थाना क्षेत्र के Piprodha Girid के निवासी दीपक अहिरवार (22) और अरुण अहिरवार (11) अपने परिवार के साथ गुरुवार को नरसिंहगढ़ स्थित कमल कोठरी मंदिर पर दर्शन के लिए गए थे। उनके परिवार में किसी को Paralysis हो गया था, जिसके चलते वे परिक्रमा करने गए थे। शुक्रवार को सभी दर्शन करके लौट रहे थे। इसी दौरान जंजाली के पास पार्वती नदी में सुबह 11 बजे परिवार के सात लोग नहाने लगे। इनमें चाचा दीपक और भतीजा अरुण भी शामिल थे। नहाते समय अरुण गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। उसे डूबता देख चाचा ने बचाने का प्रयास किया, लेकिन वह भी डूब गए।

परिवार के सदस्यों के सामने ही दोनों डूब गए। सूचना मिलने पर SDERF की टीम तुरंत मौके पर पहुंच गई। जंगली चौकी से पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची। SDERF की टीम ने दोनों की तलाश शुरू की। शुक्रवार शाम को चाचा का शव मिल गया, जबकि भतीजे की तलाश जारी रही। रात में सर्च ऑपरेशन को रोकना पड़ा। शनिवार सुबह फिर SDERF ने खोजबीन शुरू की, हालांकि दूसरे दिन भी सफलता नहीं मिली।

टीम को मिला बच्चे का बहते हुए Video

टीम घटनास्थल के आसपास ही सर्चिंग कर रही थी। घटनास्थल से डेढ़ किलोमीटर आगे एक Stop Dam था, जहां टीम ने जाकर देखा। इसी बीच, टीम को एक जानकारी मिली जिसने सर्च ऑपरेशन की दिशा बदल दी। टीम को एक Video मिला, जिसमें बच्चा नदी में बहते हुए दिख रहा था। यह Video धरनावदा क्षेत्र के एक समाजसेवी ने बनाया था। इस Video से स्पष्ट हुआ कि बच्चा काफी दूर तक बह गया है।

राजस्थान बॉर्डर पर शुरू की गई सर्चिंग

उसी Video के बाद टीम ने राजस्थान बॉर्डर पर खोजबीन शुरू की। तीसरे दिन टीम राजस्थान सीमा के Hamirpur गांव पहुंची। यहां टीम के आठ सदस्यों और Disaster Friends ने सर्चिंग शुरू की। कई किलोमीटर पैदल चलने के बाद भी टीम ने नदी किनारे देखा, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। होमगार्ड के District Commander आरके पेथरोल ने बताया कि उन्होंने राजस्थान के Bapcha थाना प्रभारी से भी संपर्क किया था और उन्हें बताया कि यदि कोई शव दिखाई देता है, तो तुरंत सूचना दें।

तभी टीम को राजस्थान पुलिस से जानकारी मिली कि Bapchi के पार्वती किनारे एक बच्चे की Body पड़ी हुई है। सूचना मिलते ही टीम Bapchi पहुंची और वहां बच्चे को बरामद किया गया। कमांडेंट ने बताया कि एक अधिकारी के नेतृत्व में आठ लोगों की टीम तीन दिनों तक लगातार सर्चिंग में लगी रही। चाचा का शव घटनास्थल से 50 मीटर की दूरी पर ही मिला था, जबकि नाबालिग बच्चे का शव 60 किलोमीटर दूर पाया गया।

उन्होंने कहा कि ऐसा बहुत कम होता है कि शव इतनी दूर पहुंच जाए। आमतौर पर शव घटनास्थल के आसपास ही मिल जाता है। उन्होंने भी अपने कार्यकाल में यह पहला मामला देखा है, जहां शव इतनी दूर तक बहकर चला गया हो।

परिवार की पीड़ा

हादसे में मृत दीपक के पिता और अरुण के दादा रमेश अहिरवार ने बताया कि अरुण की मां 6 साल पहले सड़क हादसे में चल बसी थी। अरुण के पिता का मानसिक संतुलन भी ठीक नहीं रहता है। मेरा छोटा बेटा दीपक और नाती अरुण भी इस हादसे में हमें छोड़कर चले गए। हमारा पूरा परिवार बिखर गया है। अब हम जीकर क्या करेंगे। रमेश के अनुसार, अरुण पढ़ाई में बहुत होशियार था, 5वीं कक्षा में पढ़ाई करते हुए वह Fluent English पढ़ और लिख लेता था। हादसे के बाद से पूरे परिवार का बुरा हाल है।

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