Olympic News | भारतीय Wrestler विनेश फोगाट के सिल्वर मेडल पर निर्णय आज आने की संभावना है। यह जानकारी Court ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) ने रविवार को दी। पहले CAS ने भारतीय समयानुसार शनिवार को 9:30 बजे फैसला सुनाने की बात कही थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 13 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
100 ग्राम ओवरवेट के कारण हुई डिस्क्वालीफिकेशन
9 अगस्त को CAS ने 3 घंटे तक इस मामले की सुनवाई की थी। विनेश भी वर्चुअली मौजूद रहीं। भारतीय ओलिंपिक संघ (IOA) की ओर से सीनियर वकील हरीश साल्वे ने विनेश का पक्ष रखा।
फाइनल मैच से पहले विनेश को 100 ग्राम ज्यादा वजन होने के चलते अयोग्य घोषित कर दिया गया था, जबकि शुरुआती दौर से पहले किए गए वजन में विनेश 50 kg वेट कैटेगरी की तय सीमा से कम थीं। ऐसे में विनेश ने Joint सिल्वर मेडल की मांग की है।
रेपेचेज पर सवाल
विनेश केस में रेपेचेज में जापान की पहलवान यूई सुसाकी के ब्रॉन्ज मेडल में हिस्सा लेने पर सवाल उठ रहे हैं। विनेश ने प्री क्वार्टरफाइनल में यूई सुसाकी को हराया था, लेकिन फाइनल से पहले 100 ग्राम ज्यादा होने पर डिस्क्वालीफाई कर दिया गया था। ऐसे में UWW की ओर से सुसाकी को रेपेचेज में खेलने की अनुमति पर सवाल उठ रहे हैं।
पीटी उषा की टिप्पणी
इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा कि वजन का मैनेजमेंट खिलाड़ी और कोच की जिम्मेदारी है, न कि IOA द्वारा नियुक्त चीफ मेडिकल अफसर की।
थॉमस बाक की टिप्पणी
थॉमस बाक ने कहा था कि एक वेट कैटेगरी में दो सिल्वर मेडल नहीं दिए जा सकते। CAS का निर्णय पालन किया जाएगा और फेडरेशन को अपने नियमों को लागू करना होगा।
विनेश के पक्ष में दलीलें
विनेश के पक्ष में कहा गया कि 100 ग्राम वजन बहुत कम है और यह मौसम और वजन घटाने के लिए पर्याप्त समय की कमी का परिणाम हो सकता है।
विनेश का संन्यास
पेरिस ओलिंपिक फाइनल से पहले अयोग्य ठहराए जाने के बाद विनेश ने कुश्ती से संन्यास की घोषणा की। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई।”
100 ग्राम ने विनेश को गोल्ड नहीं दिलवाया
विनेश फोगाट का वजन फाइनल से पहले 100 ग्राम ज्यादा था, जिसके चलते उन्हें डिस्क्वालीफाई कर दिया गया था।
CAS का काम
कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) खेलों के विवादों को हल करने के लिए कार्यरत है। इसका मुख्यालय स्विट्जरलैंड में है और यह पेरिस में ओलिंपिक मामलों की सुनवाई कर रहा है।
हरीश साल्वे की खास बातें
हरीश साल्वे ने कुलभूषण जाधव केस में भारत सरकार की ओर से केवल एक रुपए फीस ली थी।