Delhi News | 29 September को रात के करीब 2 बजे थे। Delhi के नांगलोई में Police Constable संदीप मलिक Duty कर रहे थे। संदीप ने Police की Dress नहीं पहनी थी। वीना एन्क्लेव में उन्हें एक Car खड़ी दिखाई दी। Car में बैठे दो लोग शराब पी रहे थे। संदीप ने उन्हें शराब पीने से रोका। न मानने पर थाने चलने के लिए कहा। इसी बात पर उनमें बहस होने लगी।
इसी बीच Car सवार दोनों लोग वहां से भागने लगे। संदीप ने उनका पीछा किया। Bike से ओवरटेक कर Car रोकने की कोशिश की। तभी Car सवारों ने Speed बढ़ाई और संदीप की Bike को टक्कर मार दी। संदीप Bike से गिरे और Car में फंस गए। सड़क पर करीब 10 Meter तक घिसटते रहे। फिर आगे खड़ी दूसरी गाड़ी में फंस गए।
इसके बाद Car सवार धर्मेंद्र और रजनीश फरार हो गए। संदीप को उनके साथियों ने Hospital में Admit कराया। इलाज के दौरान उनकी Death हो गई। Police का कहना है कि धर्मेंद्र और रजनीश ने जानबूझकर संदीप की Bike को टक्कर मारी। Police ने दोनों को Arrest कर लिया है। हालांकि आरोपियों की Family इसे Accident बता रही है।
एक आरोपी की Daughter का आरोप है कि Police ने पापा से पैसे लिए और उन्हें भगा दिया। Police ने आरोपियों को तुरंत Arrest क्यों नहीं किया? घटना की रात संदीप के साथ मौजूद दो Policeवालों ने क्या देखा? आरोपियों के शराब माफिया होने की खबरें आई थीं, क्या उनका कोई Criminal Background है? इन सवालों के जवाब जानने के लिए हमने Eye Witnesses, आरोपियों की Family और Police से बात की।
ये नांगलोई की घटना का CCTV फुटेज बताया जाता है। इसमें Car Constable को टक्कर मारते दिख रही है।
सबसे पहले Eye Witnesses की बात
28 और 29 September की दरमियानी रात संदीप मलिक को Car से सड़क पर घसीटा गया, तब वहां दो और लोग मौजूद थे। ये संदीप के दोस्त सचिन और खुशीराम थे। दोनों आउटर District में रणहौला थाने में तैनात हैं और Duty से ही लौट रहे थे। दोनों संदीप के साथ एक कमरे के मकान में किराए पर रहते थे। दोनों इस Case में Eye Witnesses भी हैं।
उस रात दोनों संदीप से नांगलोई Railway Station के पास मिले थे। संदीप उस वक्त वहीं Duty कर रहे थे। खुशीराम बताते हैं, ‘संदीप ने हमें बताया था कि Area में Crime बढ़ रहा है। इसलिए SHO ने कड़ी निगरानी रखने के लिए बोला है। तभी Station के पास खड़ी Car पर संदीप की नजर पड़ी।’
‘वे गाड़ी के पास पहुंचे। Car में धर्मेंद्र और रजनीश बैठे थे। दोनों शराब पी रहे थे। धर्मेंद्र Driving सीट पर बैठा था। संदीप ने उन्हें शराब पीने से मना किया। इसी बात पर बहस होने लगी। संदीप ने धर्मेंद्र और रजनीश को थाने चलने के लिए कहा। दोनों में कहासुनी हुई। इतने में धर्मेंद्र ने Car भगा दी।’
खुशीराम आगे बताते हैं, ‘संदीप ने उनका पीछा किया। मैं और सचिन भी पीछे-पीछे गए। Car का शीशा खुला था। संदीप ने पीछा करते हुए धर्मेंद्र को गाड़ी रोकने के लिए कहा। इस पर रजनीश ने धर्मेंद्र से कहा कि आज इसे सबक सिखाते हैं। वो संदीप पर गाड़ी चढ़ाकर उसे खत्म करने की बात कर रहे थे।’
घटना में इस्तेमाल की गई गाड़ी आरोपी धर्मेंद्र के दोस्त की बताई जा रही है और धर्मेंद्र इसे चला रहा था।
‘इसके बाद धर्मेंद्र ने Car की Speed बढ़ाई और संदीप की Bike को टक्कर मार दी। वे Bike से गिरे और Car में फंस गए। इसके बाद भी धर्मेंद्र ने Car नहीं रोकी। संदीप सड़क पर करीब 10 Meter तक घिसटते रहे।’
संदीप के दोनों साथियों का ये भी कहना है कि टक्कर के बाद धर्मेंद्र Car छोड़कर भाग गया। इसके बाद मौका पाकर रजनीश भी भाग गया। गाड़ी धर्मेंद्र के दोस्त की बताई जा रही है। घटना के बाद सचिन और खुशीराम, संदीप को पास के Hospital लेकर गए। उन्होंने Outer District की Crime Team और Rohini की FSL Team को घटना की जानकारी दी।
मौके पर पहुंची Police Team ने Car से धर्मेंद्र और रजनीश के Phone जब्त कर लिए। संदीप की हालत गंभीर थी, इसलिए उन्हें पश्चिम विहार के Balaji Action Hospital ले जाया गया। वहां Doctors ने बताया कि संदीप की Death हो चुकी है।
Police का आरोप है कि धर्मेंद्र और रजनीश ने जानबूझकर Constable संदीप की Murder की है। घटना के अगले दिन Police ने दोनों आरोपियों को Arrest कर लिया।