Ujjain News | शुक्रवार सुबह 5 बजे उज्जैन में कांग्रेस नेता और पूर्व पार्षद हाजी कलीम खान उर्फ गुड्डू (60) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्यारों ने नीलगंगा थाना क्षेत्र की वजीर पार्क कॉलोनी में गुड्डू के घर में घुसकर उन पर चार से अधिक Bullets चलाईं।
परिवार के सदस्यों ने गुड्डू की हत्या का आरोप उनकी पत्नी नीलोफर और दो बेटों पर लगाया है। इस हत्या के पीछे Property विवाद को मुख्य कारण बताया गया है।
वारदात की सूचना नसरुद्दीन ने दी
नीलगंगा पुलिस के अनुसार, गुड्डू के मामा नसरुद्दीन ने वारदात की जानकारी पुलिस को दी। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो गुड्डू की पत्नी नीलोफर उर्फ भूरी, बड़े बेटे दानिश और छोटे बेटे आसिफ उर्फ मिंटू को परिवार के सदस्यों ने पुलिस के हवाले कर दिया। परिवार का कहना है कि गुड्डू ने पिछले 12 वर्षों से तीनों को Property से बेदखल कर रखा था।
गुड्डू पर हुआ था पूर्व में भी जानलेवा हमला
गुड्डू पर 4 अक्टूबर को Morning Walk के दौरान जानलेवा हमला हुआ था। हमलावरों ने Car से आकर उन पर पिस्टल से तीन गोलियां चलाई थीं। गुड्डू ने जान बचाने के लिए Drain में कूदकर अपनी जान बचाई थी, जिससे उनका हाथ Fracture हो गया और गोली उनके पास से निकल गई। इस घटना के बाद वे इतने डर गए थे कि फिर से हमला न हो जाए, इस चिंता के कारण वे घर से बाहर नहीं निकले। उन्होंने 7 अक्टूबर को थाने में आवेदन देकर अपनी हत्या की आशंका जताई थी।
नीलोफर आसिफ के साथ होटल गईं
रिश्तेदार जम्मू ने बताया कि गुड्डू रात 3:00 बजे तक जागते रहे और परिवार से बातचीत भी की थी। इसके बाद उन्होंने ऊपर वाले मंजिल पर जाकर अपने कमरे में सोने का निर्णय लिया। पत्नी नीलोफर और दोनों बेटे Property विवाद को लेकर काफी समय से झगड़ रहे थे।
सुबह करीब 5 बजे अचानक तेज धमाके की आवाज सुनकर मैं गुड्डू के कमरे की ओर दौड़ा। जब मैं वहां पहुंचा, तो अंदर से दरवाजा खोलते हुए नीलोफर बाहर आ रही थी। मैंने पूछा तो उन्होंने कहा कि- किसी ने गुड्डू को गोली मार दी है। इसके बाद वह अपने बेटे आसिफ के साथ President Hotel चली गईं।
हत्या की सूचना नीलगंगा थाने को दी गई
हत्या की सूचना हमने नीलगंगा थाना को दी। इसके बाद पुलिस ने नीलोफर और आसिफ को हिरासत में लिया, जबकि दानिश और उसका एक साथी फरार हो गया है।
प्रॉपर्टी पत्नी के नाम पर है
उज्जैन के एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि हाजी कलीम खान उर्फ गुड्डू की अधिकांश Property उनकी पत्नी नीलोफर के नाम पर थी। गुड्डू इसे अपने नाम पर कराने की कोशिश कर रहे थे, जिस पर विवाद चल रहा था। 4 तारीख को कलीम पर हमले की योजना उसकी पत्नी की बहन के दामाद ने बनाई थी। कलीम के खिलाफ 31 Cases भी दर्ज हैं।