उज्जैन जनपद पंचायत: चुनाव दोबारा होगा

Indore News । महाकुंभ के आगमन के साथ इंदौर से प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में लंबी वेटिंग की समस्या बढ़ गई है। कुछ विशेष दिनों में इन ट्रेनों में खड़ा होने तक की जगह नहीं मिल रही है। महाकुंभ के आयोजन के चलते रतलाम मंडल ने इंदौर से केवल एक विशेष ट्रेन शुरू की है, जो सप्ताह में दो दिन ही संचालित हो रही है।

इंदौर से प्रयागराज के लिए कुल चार ट्रेनें चल रही हैं, जिनमें तीन नियमित ट्रेनें और एक स्पेशल ट्रेन शामिल है। सभी ट्रेनों में लंबी वेटिंग देखी जा रही है। महू-प्रयागराज के बीच एकमात्र ट्रेन जो प्रतिदिन चल रही है, उसमें भी वेटिंग बनी हुई है।

महाकाल एक्सप्रेस में वेटिंग 147 तक पहुंची

महाकाल एक्सप्रेस में वेटिंग अलग-अलग दिनों में स्लीपर कोच में 70 से लेकर 100 से अधिक और थर्ड एसी में 50 के पार है। इंदौर से प्रयागराज होकर काशी जाने वाली महाकाल एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में वेटिंग सोमवार को 50 से 147 तक पहुंच गई है। थर्ड एसी में भी वेटिंग 50 से अधिक है। इसी तरह इंदौर से प्रयागराज होकर हावड़ा जाने वाली शिप्रा एक्सप्रेस में भी लंबे समय तक वेटिंग चल रही है।

फ्लाइट की सीटें भी फुल, लोग बसों में बुकिंग करवा रहे

प्रयागराज महाकुंभ को लेकर इंदौर और मालवा क्षेत्र के श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है। फ्लाइट की सीटें फुल हो चुकी हैं, और ट्रेन में वेटिंग की समस्या के कारण लोग अब बसों में बुकिंग कर रहे हैं। इंदौर से प्रयागराज के लिए सीधी उड़ान में जनवरी और फरवरी के दौरान 70% सीटें पहले ही बुक हो चुकी हैं।

इंदौर से अलायंस एयर द्वारा शुरू की गई सीधी विमान सेवा यात्रियों के बीच बहुत लोकप्रिय हो गई है। महज दो घंटे में पहुंचने की वजह से इसमें बड़ी संख्या में यात्रियों ने बुकिंग करवा ली है।

बसों की संख्या बढ़ाई गई है

इंदौर से प्रयागराज जाने वाली बसों की संख्या भी बढ़ा दी गई है। प्राइम रूट बस आनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष गोविंद शर्मा का कहना है कि महाकुंभ के कारण यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। कई ट्रैवल संचालकों ने भी बसों की संख्या बढ़ाई है।

बुकिंग के लिए समय की बचत

ट्रैवल एजेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष हेमेंद्र सिंह जादौन का कहना है कि महाकुंभ में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। इंदौर से एकमात्र सीधी उड़ान सप्ताह में एक दिन मिल रही है, और 70 सीटर विमान में जल्दी सीटें भर रही हैं, जिससे किराया बढ़ गया है।


उज्जैन जनपद पंचायत अध्यक्ष का चुनाव दोबारा होगा

इंदौर। उज्जैन जनपद पंचायत अध्यक्ष का चुनाव एक बार फिर से होगा। इंदौर हाई कोर्ट की युगल पीठ ने तीन साल पहले हुए चुनाव को शून्य घोषित कर दोबारा चुनाव कराने का आदेश दिया है। इस आदेश के अनुसार कलेक्टर अब चुनाव प्रक्रिया को दोबारा शुरू करेंगे।

आपको बता दें कि जनपद पंचायत के चुनाव 25 जून 2022 को हुए थे। अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया 27 जुलाई 2022 को हुई थी, जिसमें हंगामे का सामना करना पड़ा था। विरोध के बीच कांग्रेस समर्थित पिपलोदा द्वारकाधीश की विंध्या देवेन्द्र सिंह पंवार अध्यक्ष चुन ली गई थीं।

13 सदस्यों को वोट नहीं डालने दिया गया

इस चुनाव के विरोध में प्रदेश के तत्कालीन उच्च शिक्षा मंत्री, अब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भाजपा समर्थित जनपद सदस्य और कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गए थे। उन्होंने प्रशासन पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाया और यह कहा कि भाजपा समर्थित 13 सदस्यों को वोट डालने का अवसर नहीं दिया गया।

28 जुलाई को कोर्ट ने चुनाव पर रोक लगा दी थी

28 जुलाई को कोर्ट ने चुनाव पर रोक लगा दी थी। अपीलकर्ता ने रिट याचिका में लिखा था कि तीन निर्वाचित जनपद सदस्य कोविड-19 से प्रभावित थे और वे वोट डालने में असमर्थ थे, इसलिए उन्होंने अपीलकर्ता जनपद सदस्य क्रमांक 11 और 13 को वोट डालने के लिए अधिकृत किया था।

विंध्या पंवार को अध्यक्ष घोषित किया गया

विंध्या पंवार को अध्यक्ष घोषित कर दिया गया था, हालांकि चुनाव अधिकारी ने सभी आवेदनों को खारिज कर दिया था। पीठासीन अधिकारी चाहें तो चुनाव की तिथि भी स्थगित कर सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।

कांग्रेस विधायक बोले- दोषियों को सजा मिलनी चाहिए

कांग्रेस नेता और विधायक महेश परमार का कहना है कि यदि चुनाव में कोई गड़बड़ी हुई है तो दोषी तत्कालीन कलेक्टर और अन्य अधिकारियों को सजा मिलनी चाहिए। हम लोकतांत्रिक प्रक्रिया से चुनाव जीते थे।

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