Jammu and Kashmir News | खूबसूरत Lakes से भरपूर ये जगह श्रीनगर से सिर्फ 30 किमी दूर है। ये इलाका Sunni बहुल है और कश्मीरी पंडितों के लिए पवित्र माता Khir Bhavani का Temple भी यहीं है। गांदरबल की पहचान इतनी भर नहीं है। Abdulla परिवार के गढ़ गांदरबल की Political हैसियत जम्मू-कश्मीर में वैसी ही है, जैसी UP में Gandhi परिवार की परंपरागत सीट Amethi और Raebareli की है।
Sher-e-Kashmir के नाम से मशहूर और कश्मीर के पहले Prime Minister Sheikh Abdullah गांदरबल से ही चुनाव जीते और Chief Minister बने। उनके बेटे और National Conference के President Farooq Abdullah भी यहीं से जीते और Chief Minister बने। Abdulla परिवार की तीसरी पीढ़ी से आने वाले Omar Abdullah भी गांदरबल सीट से ही जीतकर Chief Minister की कुर्सी तक पहुंचे।
Omar Abdullah एक बार फिर गांदरबल से चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि, अब उनका रास्ता आसान नहीं है। इस बार मुकाबला Engineer Rashid की पार्टी के Candidate Sheikh Ashiq और PDP के Bashir Ahmad Mir से है। Azadi Chacha के नाम से मशहूर Sarjan Barkati निर्दलीय मैदान में हैं। इस सीट पर दूसरे Phase में 25 सितंबर को वोटिंग होनी है।
Omar बोले– मेरी Dastar, मेरी इज्जत आपके हाथों में
‘आज मैं आपसे सिर्फ एक बात कहूंगा, मेरी Dastar, मेरी इज्जत आपके हाथों में है।’ ये बात Omar Abdullah ने उसी दिन कही, जब वे गांदरबल से Nomination दाखिल कर रहे थे। Experts मान रहे हैं कि अगर Omar चुनाव जीते और National Conference-Congress Alliance की सरकार बनी, तो एक बार फिर Chief Minister गांदरबल से ही होगा।
Assembly चुनाव का ऐलान होने के बाद 25 अगस्त को Omar Abdullah गांदरबल में पार्टी के कार्यक्रम में गए थे। यहां National Conference के Provincial President Nasir Aslam Wani ने वहीं ऐलान किया कि Omar साहब गांदरबल से चुनाव लड़ेंगे। इस ऐलान के बाद गांदरबल Hot Seat बन गई।
लेकिन, Omar के लिए गांदरबल जीतना आसान नहीं
Omar Abdullah ने पहला चुनाव 2002 में गांदरबल से ही लड़ा था, लेकिन PDP के Qazi Afzal से 2,870 वोटों से हार गए। 2008 में गांदरबल के साथ Beerwah सीट से चुनाव लड़ा और दोनों जगह से जीते। इसी के साथ Chief Minister भी बने।
2014 में National Conference ने यहां से Ishfaq Jabbar को उतारा। Jabbar सिर्फ 597 वोट से जीत पाए। अब 2024 में Omar Abdullah के लिए गांदरबल जीतना आसान नहीं है। 5 महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में Omar Abdullah दो लाख वोट से हार गए थे। Baramulla सीट से उन्हें जेल में बंद Engineer Rashid ने दो लाख से ज्यादा वोट से हराया था।
Engineer Rashid पर Terror Funding का आरोप है। उन पर UAPA भी लगा है। चुनाव में Rashid के बेटों ने प्रचार किया। Result आया तो Engineer Rashid को घाटी में सबसे बड़ी जीत मिली। Engineer Rashid को अब Assembly चुनाव के प्रचार के लिए Interim Bail मिली है।
लोकसभा चुनाव में करारी हार की वजह से Omar Abdullah के लिए सिर्फ गांदरबल से चुनाव लड़ना जोखिम भरा था। इसलिए वे Budgam सीट से भी चुनाव लड़ रहे हैं।
2014 में भी Omar Abdullah ने दो सीटों Beerwah और Sonawari से चुनाव लड़ा था। Sonawari से उन्हें PDP के Ashraf Mir ने हरा दिया, Omar Beerwah से जीत गए। अनुमान था कि वे गांदरबल के साथ दूसरी सीट के लिए Beerwah को चुनेंगे, क्योंकि ये उनके लिए Safe Seat हो सकती थी, लेकिन Engineer Rashid की तरह एक और Character Omar के लिए Twist लेकर आया।
एक और ‘Engineer Rashid’ न हरा दे, इसलिए Omar ने सीट बदली
कश्मीर में ‘Azadi Chacha’ के नाम से मशहूर Sarjan Barkati South Kashmir की Jainapura सीट से चुनाव लड़ने वाले थे। Sarjan Barkati धार्मिक नेता हैं और 1 सितंबर 2021 से जेल में बंद हैं। 2016 में Hizbul Commander Burhan Wani के एनकाउंटर के बाद चले भारत विरोधी Protest की वजह से चर्चा में आए थे।
Jainapura सीट से Barkati का Nomination रद्द हो गया। Barkati की बेटी Shugra ने Nomination रद्द होने पर National Conference पर आरोप लगाया। इसके बाद Shugra ने तय किया कि Omar जिस सीट से चुनाव लड़ेंगे, वे वहीं से पिता के लिए Nomination करेंगी। Shugra की नजरें गांदरबल और Beerwah सीटों पर थीं।
कश्मीर के सीनियर Journalist Nasir Ganai बताते हैं, ‘कश्मीर में वोटर ने जितना भावुक रुख दिखाया है, उससे Omar को दोनों सीटों से हारने का डर था। उन्होंने चतुराई दिखाते हुए Beerwah की जगह Budgam से चुनाव लड़ना तय किया। इसकी एक वजह ये भी हो सकती है कि बीते चुनावों में Beerwah से उनका जीत का Margin कम हुआ था।’
‘दूसरी तरफ Srinagar से National Conference के सांसद Aga Syed Ruhullah Mehdi का Budgam में अच्छा वोटर बेस है। Omar को इस सीट पर जीतने का सबसे ज्यादा भरोसा रहा होगा।’
Budgam सीट पर Nomination करने की आखिरी तारीख 5 सितंबर थी। उसी शाम को अचानक Omar Budgam पहुंचे और Nomination कर दिया। Barkati की बेटी को Budgam से Nomination के लिए वक्त ही नहीं मिला।
CM बनना है तो एक सीट जीतनी ही होगी
Jammu-Kashmir को केंद्रशासित प्रदेश बनाए जाने के बाद यहां Legislative Council भंग कर दी गई थी। पहले Chief Minister बनने के लिए Assembly सदस्य होना जरूरी नहीं होता था, Legislative Council के सदस्य भी CM बन सकते थे।
अब Assembly का सदस्य बने बिना CM नहीं बना जा सकता। अगर CM बन भी गए तो 6 महीने के अंदर चुनाव लड़कर विधायक बनना जरूरी है। इस लिहाज से Omar को CM बनना है, तो एक सीट तो जीतनी ही होगी।
सीनियर Journalist Nasir Ganai कहते हैं, ‘कश्मीर में अगर कोई ये मानकर चल रहा है कि ये सीट वो दावे के साथ जीतेगा, तो ऐसा नहीं है। मजबूत से मजबूत नेता भी हार सकता है और जिसका कोई नाम नहीं ले रहा, वो जीत सकता है।
फोटो गांदरबल की है, जब National Conference के Vice President Omar Abdullah ने यहां Road Show किया था। इस दौरान उन्होंने लोगों के साथ Selfie भी ली।
फोटो गांदरबल की है, जब National Conference के Vice President Omar Abdullah ने यहां Road Show किया था। इस दौरान उन्होंने लोगों के साथ Selfie भी ली।
अब लौटते हैं गांदरबल सीट पर..
Voting से तीन दिन पहले Omar Abdullah ने गांदरबल में Road Show किया था। गांदरबल के एंट्री पॉइंट पर Omar का इंतजार कर रहे National Conference के कार्यकर्ता Noor Mohammad अपनी Bike लेकर खड़े थे। Bike के आगे National Conference का हल निशान वाला लाल झंडा, सिर पर पार्टी के निशान वाली टोपी, कमीज की जेब पर पार्टी का Badge। पूरी तैयारी से पहुंचे Noor Mohammad, Omar Abdullah के इंतजार में थे।
गांदरबल के Noor Mohammad को भरोसा है कि Omar Abdullah चुनाव जीतेंगे। वे पानी और Electricity का Bill ज्यादा आने की वजह से केंद्र सरकार से नाराज हैं।
गांदरबल के Noor Mohammad को भरोसा है कि Omar Abdullah चुनाव जीतेंगे। वे पानी और Electricity का Bill ज्यादा आने की वजह से केंद्र सरकार से नाराज हैं।
Noor Mohammad कहते हैं, ‘Inshallah Omar साहब जीतेंगे। यहां रोजगार का मसला है, पानी का मसला है। हम Omar साहब को कामयाब करेंगे। पहले हमारा Electricity का Bill 300-400 रुपए आता था, लेकिन फिर 1400-1500 रुपए आने लगा। कश्मीर का हमारा अपना पानी है, लेकिन अब पानी का भी Bill आने लगा है। Modi सरकार जब से आई है, आम आदमी को बहुत मुश्किल हो रही है।’
गांदरबल में फल की दुकान लगाने वाले Mushtaq Ahmed Sofi किसी पार्टी से नहीं जुड़े हैं। वे कहते हैं, ‘पिछले 10 साल में बेरोजगारी और महंगाई बढ़ी है। Electricity-Paani का ज्यादा दाम वसूला जा रहा है। Congress सरकार के वक्त इतना नहीं था। Article-370 और 35A हटा दिया। Engineer Rashid को Modi ने जेल से छोड़ दिया, वो Modi का आदमी है। Engineer Rashid के आने से लोगों का नुकसान होगा।’
Omar Abdullah Article-370 हटने के नुकसान बता रहे
Road Show के आखिर में Omar ने कहा, ‘आपके दो बड़े मसले हैं। Mansbal Development Authority की तरफ से Rehabilitation होना है। दूसरा, हम Article-370 के बाद बहुत कुछ खो चुके हैं। आपको दो चीजें करनी है, आपको दुआ करनी है कि National Conference की हुकूमत बने। आपको 25 सितंबर को खूब मेहनत करनी है और मुझे विधायक के तौर पर चुनना है। Mining और पत्थर का मामला मैं आपको हल करके दूंगा।’
AIP के Candidate Engineer Rashid Factor पर लड़ रहे चुनाव
गांदरबल सीट पर Engineer Rashid की पार्टी Awami Ittehad Party के Candidate Sheikh Ashiq, Omar Abdullah के लिए चुनौती हैं। Sheikh Ashiq बिजनेसमैन हैं। Chamber of Commerce के Member रहे हैं।