ABVP और NSUI के बीच भगवा झंडा फहराने को लेकर विवाद

Shivpuri News । शासकीय एसएमएस पीजी कॉलेज में भगवा झंडा फहराने को लेकर एबीवीपी (ABVP) और एनएसयूआई (NSUI) के कार्यकर्ताओं के बीच विवाद बढ़ गया। यह विवाद मारपीट तक पहुंचा, जिसके बाद एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने फिजिकल थाना जाकर शिकायत दर्ज कराई। वहीं, एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने एसपी ऑफिस पहुंचकर कार्रवाई की मांग की।

झंडा फहराने के कारण हुआ विवाद

सूचना के अनुसार, एबीवीपी के कार्यकर्ता ऋषभ रघुवंशी को प्रदेश इकाई में नई जिम्मेदारी मिलने पर कॉलेज परिसर में उनका स्वागत किया गया। इस दौरान कॉलेज के मुख्य द्वार पर भगवा झंडा फहराया गया। जैसे ही एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं को इसकी जानकारी मिली, वे कॉलेज पहुंचकर झंडा हटाने की मांग करने लगे। इसके बाद कॉलेज प्राचार्य के कार्यालय के बाहर दोनों पक्षों के बीच बहस हुई, जो बाद में मारपीट में बदल गई। इस दौरान प्राचार्य कक्ष का शीशा भी टूट गया।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ मारपीट का वीडियो

एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं का कहना था कि सरकारी कॉलेज में किसी भी राजनीतिक पार्टी का झंडा फहराना गलत है। कॉलेज प्रशासन ने एबीवीपी को ऐसा करने की अनुमति दी, जिसके खिलाफ विरोध जताने पर उन पर मारपीट की गई। वहीं, एबीवीपी के कार्यकर्ताओं का कहना था कि उन्होंने सिर्फ संगठन का स्वागत किया था, और एनएसयूआई ने जानबूझकर विवाद खड़ा कर मारपीट की।

एनएसयूआई ने थाने में की शिकायत

एनएसयूआई के शहर ब्लॉक अध्यक्ष समीर खान ने फिजिकल थाने में शिकायत दर्ज कराई। इस दौरान कांग्रेस जिला अध्यक्ष विजय सिंह चौहान और पूर्व विधायक वीरेंद्र रघुवंशी भी थाने पहुंचे और एफआईआर दर्ज करने की मांग की। विजय सिंह चौहान ने कहा कि किसी सरकारी भवन पर किसी पार्टी का झंडा फहराना अनुचित है। वहीं, एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने एसपी कार्यालय में प्रदर्शन किया और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं पर झूठे आरोप लगाने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की।

पुलिस ने की जांच

इस प्रदर्शन में एबीवीपी के कार्यकर्ता ऋषभ रघुवंशी, कॉलेज अध्यक्ष सूरज गुर्जर और प्रांत मंत्री देशराज नागोरिया सहित अन्य लोग शामिल हुए। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायतें दर्ज कर ली हैं और वीडियो की जांच जारी है। अधिकारियों ने कहा कि जांच पूरी होने के बाद ही उचित कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद ही स्थिति सामान्य हो पाई।

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