Mumbai News: अक्षय के Encounter पर Inspector शिंदे- वो हमें मार देता छीनाझपटी में Unlock हुई Revolver, Court ने पूछा- गोलियां चलीं, गईं कहां

Mumbai News | ‘हम 23 September को अक्षय शिंदे को लेकर Navi Mumbai की Taloja Jail से Badlapur जा रहे थे। Mumbra Bypass Road पर अक्षय ने Assistant Inspector मोरे की कमर से Revolver निकाल ली। हमने उससे Revolver छीनने की कोशिश की। इसी छीनाझपटी में Revolver से गोली चल गई। गोली मोरे की जांघ में लगी। अक्षय ने दो और Fire किए। किस्मत से गोली किसी को नहीं लगी। इसके बाद मैंने अक्षय पर Fire किया।’

Inspector संजय शिंदे उस Team के सबसे Senior Officer हैं, जिसने 4 साल की दो बच्चियों के Sexual Harassment के आरोपी अक्षय शिंदे का Encounter किया है। अक्षय के पिता अन्ना शिंदे इस Encounter को फर्जी बताकर Bombay High Court चले गए। यहीं से Story में Twist आया।

High Court ने 25 September को अन्ना शिंदे की Petition पर Hearing की। Court ने साफ कहा कि इस घटना को Encounter नहीं मान सकते। पहली नजर में गड़बड़ी दिख रही है। Accused ने अचानक Revolver छीनी और तीन Round Fire कर दिए, ये Story समझ से परे है। Revolver Unlock कैसे हुई।

Court ने ये 4 सवाल भी पूछे

  1. कैसे मान लें कि 4 Officer एक Accused को नहीं संभाल पाए। वो बहुत Strong आदमी नहीं था। उसे Handcuffs भी लगी थी।
  2. अगर Self-Defense जैसी Situation थी, तो Accused के पैर पर गोली मारते हैं, सिर में गोली क्यों मारी गई?
  3. गोली चलाने वाला Officer ये नहीं कह सकता कि उसे नहीं पता था कैसे React करना है। उसे पता होना चाहिए कि Fire कहां करना है।
  4. गोली कितनी दूरी से चलाई गई, अक्षय की चलाई दो गोलियां और उसके सिर में लगी गोली कहां गई?

अक्षय को Badlapur ले जाते वक्त Police Van में क्या हुआ था, Police ने नियमों के मुताबिक काम किया या उसकी Negligence थी। इस पर दैनिक भास्कर ने Police के Retired Officers से बात की। साथ ही Senior Inspector संजय शिंदे का Statement पढ़ा। ये Statement हमें Police Source के जरिए मिला है। शिंदे ने ये Statement Encounter की Investigation कर रहे Officer के पास दर्ज कराया है। इस मामले की जांच CID कर रही है।

Inspector संजय शिंदे के Statement का कुछ हिस्सा यहां पढ़िए
‘मैं 1992 से Maharashtra Police में हूं। इसी साल 3 September से Thane की Crime Branch में बतौर Senior Police Inspector काम कर रहा हूं। अक्षय शिंदे की पत्नी ने उसके खिलाफ Case दर्ज कराया था। Investigation के लिए Thane के Police Commissioner ने Special Team बनाई है। मैं Investigation Officer के तौर पर इस Team का हिस्सा हूं।

Kalyan के District Court ने 20 September को अक्षय के खिलाफ Arrest Warrant जारी किया था। मैंने तय किया कि Monday, 23 September को दोपहर 2 बजे Taloja Jail के लिए निकलेंगे। मेरे साथ Anti Narcotics Squad के API निलेश मोरे, Constable अभिजीत मोरे और Constable हरीश तावड़े थे। API निलेश मोरे और मेरे पास सरकारी Revolver थी। मेरी Revolver में 5 गोलियां थीं।

शाम करीब 5:30 बजे हमने Taloja Jail से अक्षय शिंदे को Custody में लिया। मैं Driver के पास आगे था। API निलेश मोरे और दोनों Constable पीछे Accused के साथ बैठे थे। Shil Daighar Police Station के पास API निलेश मोरे ने मुझे Mobile Phone पर बताया कि अक्षय शिंदे गुस्से में है और गालियां दे रहा है। पूछ रहा है कि तुम मुझे कहां ले जा रहे हो।

मैंने Driver से गाड़ी रोकने के लिए कहा। मैं Van में पीछे चला गया, ताकि Accused को शांत कर सकूं। मैं और हरीश तावड़े एक Seat पर बैठे थे। अक्षय शिंदे हमारे बीच में था। API मोरे और Constable अभिजीत मोरे हमारे सामने बैठे थे।

शाम 6:15 बजे Mumbra Bypass Road के पास अक्षय ने API मोरे की कमर से Revolver छीनने की कोशिश की। मोरे ने उसे रोकना चाहा, लेकिन अक्षय ने Revolver निकाल ली। वो चिल्लाते हुए बोला- मुझे जाने दो। इस झगड़े के बीच Revolver Load हो गई। अक्षय ने एक गोली API मोरे की जांघ में मारी। वे नीचे गिर गए।

इसके बाद अक्षय गुस्से में चिल्लाया, ‘अब किसी को नहीं छोड़ूंगा।’ उसने मुझ पर Revolver तान दी। फिर Constable हरीश तावड़े पर दो Goliyan चलाईं। किस्मत से गोली नहीं लगी। इसके बाद मैंने अक्षय पर Fire किया।

फिर मैंने Driver से नजदीक के Kalwa Hospital चलने के लिए कहा। वहां मुझे और API मोरे को Admit कराया गया। मुझे मामूली चोट आई है। Surgery के बाद मोरे को Thane के Jupiter Hospital Refer कर दिया गया। बाद में पता चला कि Admit होने से पहले अक्षय की Death हो गई थी।’

पूर्व Commissioner बोले- छीनाझपटी में Unlock हो गई होगी Revolver
Inspector संजय शिंदे की इस Story पर High Court को यकीन नहीं है। Court के सवालों पर हमने Mumbai Police के पूर्व Commissioner एमएन सिंह से बात की। उनसे पूछा कि 4 Policemen एक Accused को नहीं संभाल पाए, क्या Police को Criminal को Handle करने की Training नहीं दी जाती?

एमएन सिंह जवाब देते हैं, ‘Training के दौरान हर Policeman को सिखाया जाता है कि Criminal को कैसे Control करना है। इस Case में Police ने Situation के हिसाब से फैसला लिया है।’

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