Indore News | करीब एक महीने तक लापता रहने के बाद इंदौर के क्रिश्चियन कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अमित डेविड वापस लौट आए हैं। उन्होंने 1 अक्टूबर को अपनी Duty फिर से शुरू की। इस दौरान उन्होंने बिना किसी सूचना के जाने, किडनैपिंग, विवाद जैसे सभी आरोपों का खंडन किया और कहा कि वह इस पूरे समय West Bengal में थे।
उन्होंने बताया कि वहां ग्रामीण क्षेत्रों में Network की कमी के कारण उन्हें दिक्कत हुई। साथ ही उन्होंने कहा, “मैं इतना बड़ा व्यक्ति नहीं हूं कि मेरे बारे में कई Discussions हों।”
डॉ. डेविड 31 अगस्त से कॉलेज नहीं आए थे, और इस दौरान उनका Mobile भी लगातार स्विच ऑफ रहा। नजदीकी सूत्रों का कहना है कि उन्होंने न तो Leave के लिए कोई आवेदन दिया था और न ही उच्च शिक्षा विभाग से अनुमति ली थी। उनके अनुपस्थित रहने के कारण प्रो. प्रकाश चौधरी को प्रभार सौंपा गया था, लेकिन इसका कोई आधिकारिक Record नहीं था।
‘दैनिक भास्कर’ ने कई सवाल पूछे, तो उन्होंने कहा, “मैं समाज की Meeting लेने वेस्ट बंगाल के विभिन्न स्थानों पर गया था।”
सवाल-जवाब में पूरा घटनाक्रम
आप एक माह से बिना सूचना गायब रहे, इसके पीछे क्या कारण है?
“बिल्कुल गलत। मैंने Leave के आवेदन के साथ Chairperson की अनुमति ली थी।”
आपने प्रो. प्रकाश चौधरी को चार्ज दिया, लेकिन इसका कोई प्रमाण नहीं है।
“ऐसा नहीं है। उन्हें प्रमाण के साथ चार्ज दिया गया था। प्रो. चौधरी दो साल पहले Retired हो चुके हैं, लेकिन उन्हें चार्ज देने का प्रावधान है। मैं लीव एप्लिकेशन और चार्ज देने के प्रमाण दे सकता हूं। यह सब Record में है।”
आपका मोबाइल पूरे समय बंद रहा?
“मैं वेस्ट बंगाल में जहां भी गया, वहां Network की समस्या थी। कभी-कभी Network मिलता था और कभी नहीं, इस कारण मैंने मोबाइल को स्विच ऑफ रखा।”
चर्चाएं हैं कि आपको किसी Group ने किडनैप किया था?
“इसमें कोई सच्चाई नहीं है। मैं इतना बड़ा आदमी नहीं हूं।”
पारिवारिक विवाद, जमीन बेचने संबंधी मामलों की चर्चाएं भी हैं।
“ऐसा कुछ नहीं है। मैं Trust की अलग-अलग Meeting में शामिल होने गया था।”
आजकल अधिकांश जगहों पर Network आसानी से मिल जाता है। अगर किसी Student की ऐसी स्थिति होती तो आप क्या करते?
“अगर वह Vacation पर है, तो कोई समस्या नहीं होती। अगर Student बिना बताए गया, तो अलग बात है। लेकिन मैंने बिना बताए नहीं गया।”
आपने उच्च शिक्षा विभाग को सूचना नहीं दी थी?
“इसका उच्च शिक्षा विभाग से कोई सरोकार नहीं है। हमें पर्याप्त छुट्टियां मिलती हैं। यदि मैं चाहूं तो दो साल तक की Leave ले सकता हूं। इसके लिए मुझे Education Department को सूचित नहीं करना पड़ता। मैंने 10 से 28 सितंबर तक लीव के लिए आवेदन दिया था, जिसे Governing Body की Chairperson डॉ. सीमा डेविड (पत्नी) ने अनुमति दी। यह आवेदन 9 सितंबर को दिया गया था।”