Imphal News: Manipur हिंसा के 500 दिन न्यूड परेड, गला काटकर टांगा – कुकी-मैतेई जान के दुश्मन बने, सैटेलाइट इमेज में देखें कैसे तबाह हुईं बस्तियां

Imphal News | लिमखोलाल, मणिपुर के कांगपोकपी जिले के मोटबंग सरोन वेंग गाँव में रहते थे। उनका गाँव इंफाल वेस्ट से सटा हुआ है। कांगपोकपी कुकी आबादी का Area है और इंफाल वेस्ट मैतेई का। कुकी और मैतेई पिछले 16 महीने से एक-दूसरे के दुश्मन बने हुए हैं। असम रेजिमेंट में हवलदार रहे लिमखोलाल को पता था कि इंफाल जिले में जाना मतलब Death है। पत्नी बीमार थीं, इसलिए उन्होंने खुद को खतरे में डालकर Medicine लेने मैतेई गाँव शांतिपुर चले गए।

लिमखोलाल रविवार, 8 सितंबर को शाम 5 बजे निकले थे। पत्नी और बच्चे पूरी रात उनके वापस आने का इंतजार करते रहे, लेकिन वे नहीं आए। अगली सुबह परिवार को WhatsApp पर एक Video मिला। इसमें लिमखोलाल की Deadbody दिखाई गई थी। उनके चेहरे और सिर पर बुरी तरह मारा गया था। लिमखोलाल की Deadbody मैतेई आबादी वाले फुमलोउ इलाके में मिली थी।

कुकी-मैतेई के बीच चल रही हिंसा को आज 500 दिन हो गए हैं। इस दौरान 237 Deaths हुईं, 1500 से ज्यादा लोग घायल हुए, 60 हजार लोग घर छोड़कर Relief Camp में रह रहे हैं। लगभग 11 हजार FIR दर्ज की गईं और 500 लोगों को Arrest किया गया। इस दौरान महिलाओं की Nude Parade, Gangrape, जिंदा जलाने और गला काटने जैसी घटनाएं हुईं।

अब भी मणिपुर दो हिस्सों में बंटा है। पहाड़ी जिलों में कुकी हैं और मैदानी जिलों में मैतेई। दोनों के बीच सीमाएं खिंची हुई हैं, जिन्हें पार करना मतलब लिमखोलाल की तरह Death है। School- Mobile Internet बंद हैं। विधानसभा चलती है, लेकिन कुकी विधायक नहीं आ सकते। Court Online Hearing कर रहे हैं।

सैटेलाइट इमेज में देखें हिंसा वाले इलाके

हिंसा के 500 दिन पूरे होने पर दैनिक भास्कर ने Satellite Images जारी की हैं, जो दिखाती हैं कि कैसे हिंसा के कारण कई Areas तबाह हो चुके हैं। इंफाल और कांगपोकपी के सीमावर्ती इलाकों में बर्बादी का मंजर साफ नजर आता है।

इन Images में आप देख सकते हैं कि कैसे Residential Areas को Target बनाया गया, घर जलाए गए और पूरा Infrastructure तबाह हो गया। इन तस्वीरों के माध्यम से हिंसा की भयावहता को समझा जा सकता है और यह भी कि किस प्रकार का Humanitarian Crisis सामने आया है।

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