Burhanpur News | Nimbola जनशिक्षा केंद्र के अंतर्गत आने वाले Chulkhan गांव की शासकीय नवीन माध्यमिक School की Sanskriti और Hindi की Teacher रजनी मोरे का Transfer हो चुका है। District मुख्यालय से 10 किमी दूर इस गांव की छात्राओं ने रजनी मोरे के पक्ष में जोरदार Protest किया। दरअसल, दो दिन पहले ही उनका Transfer Nimbola की दूसरी School में हुआ था। मंगलवार को बड़ी संख्या में Students जनसुनवाई में पहुंचे और Teacher का Transfer रद्द करने की मांग की, ताकि वे अपने गांव के School में ही पढ़ा सकें।
प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों की मांग: Teacher की वापसी
Protest कर रहे Students का कहना है कि रजनी मोरे ने उनके जीवन में Education के महत्व को सही मायने में उतारा और गांव के बच्चों में व्यापक बदलाव लाया। बच्चे इस बदलाव से बेहद प्रभावित हुए और उन्होंने Collectorate परिसर में “हमारी Teacher वापस दो” के नारे लगाए। जनसुनवाई के दौरान प्रभारी Collector व जिला पंचायत CEO सृष्टि देशमुख गौड़ा के सामने Students ने गुहार लगाई कि Teacher को वापस उनके गांव भेजा जाए। इस पर जिला पंचायत CEO ने आश्वासन दिया कि जल्द ही Teacher को गांव में वापस भेजने के कदम उठाए जाएंगे।
बेटियों के लिए पढ़ाई की Inspiration बनीं रजनी Ma’am
गांव की छात्राओं का कहना है कि पहले वे Education के प्रति जागरूक नहीं थीं, लेकिन जब से रजनी मोरे Ma’am ने School में पढ़ाई की जिम्मेदारी संभाली, तब से उनका जीवन ही बदल गया है। Ma’am के बताए हुए मार्ग पर चलते हुए गांव की बेटियों ने Higher Education प्राप्त करने की दिशा में कदम बढ़ाए। कई छात्राओं ने College में Admission लिया और गांव की सीमाओं से बाहर जाकर महानगरों तक की Education का सफर तय किया। वास्तव में, रजनी मोरे जैसी Teacher की ही हर जगह आवश्यकता है, जो बेटियों में Education के प्रति जागरूकता लाकर उन्हें Higher Education के लिए प्रेरित कर रही हैं।
गांव में लाया बदलाव
छात्राओं का कहना है कि रजनी मोरे ने गांव में Education की अलख जगाई और बच्चों के जीवन में एक नया Chapter शुरू किया। इस बदलाव के कारण गांव के बच्चों ने अपनी Education में न केवल रुचि दिखाई बल्कि अपनी भविष्य की दिशा भी तय की। यही वजह है कि आज बच्चे अपनी Ma’am को अपने गांव में ही वापस लाने की मांग कर रहे हैं। उनका यह Protest इस बात का प्रमाण है कि एक अच्छी Teacher किस तरह से बच्चों की जिंदगी में बदलाव ला सकती है।
