Bijasan Mata Mandir MP News | Hindu मंदिरों में धार्मिक मान्यताओं का जिस तरह उल्लंघन हो रहा है, उससे यह प्रतीत होता है कि Government अब मंदिरों और मठों को Businessिक संस्थाओं की तरह चलाने की कोशिश कर रही है। आस्था, Bhakti, और श्रद्धा की जगह अब अधिक से अधिक श्रद्धालुओं को आकर्षित करने के उपायों पर जोर दिया जा रहा है। इसी बीच कहीं ना कहीं श्रद्धालुओं की भावनाओं और धार्मिक परंपराओं का उल्लंघन भी हो रहा है। ऐसा ही एक मामला हाल ही में Sehore के Salkanpur धाम स्थित Bijasan माता मंदिर में सामने आया।
Policeकर्मी ने आरती के समय Chappal नहीं उतारी
Tuesday, छठ तिथि के दिन प्रातः 5 बजे की आरती के दौरान एक Star वाले Policeकर्मी को मंदिर परिसर के अंदर Chappal पहने हुए देखा गया। Policeकर्मी सुबह से ही Chappal पहनकर मंदिर में Duty कर रहा था और जब देवी जी की आरती शुरू हुई, तब भी उसने अपनी Chappal नहीं उतारी। Reporter द्वारा जब उससे इस विषय में सवाल पूछा गया तो उसने Reporter को बाहर जाने का इशारा किया।
बिना नाम पट्टिका के कर रहे Duty कई Policeकर्मी
यह सवाल उठता है कि क्या Policeकर्मी को मंदिर के गर्भगृह में Chappal पहनकर जाने की अनुमति मंदिर Administration द्वारा दी गई थी, या फिर Police को विशेषाधिकार प्राप्त है कि वे Duty के दौरान इस तरह धार्मिक स्थलों के नियमों का उल्लंघन कर सकते हैं। इतना ही नहीं, कई Policeकर्मियों की वर्दी पर नाम पट्टिका भी नहीं लगी थी, जो Rules के विरुद्ध है। गौरतलब है कि यह पहला मामला नहीं है, इसके पूर्व भी इसी मंदिर में चोरी के दौरान Security के लिए लगाए गए Camera बंद पाए गए थे।
VIP दर्शन जारी, आम श्रद्धालु हो रहे परेशान
Salkanpur मंदिर में दर्शन करने के लिए श्रद्धालु कई किलोमीटर पैदल यात्रा कर Devi के दर्शन के लिए पहुंचते हैं, कोई हफ्ते भर पहले तो कोई दो दिन पहले अपनी यात्रा शुरू करता है। लेकिन वहां पहुंचने के बावजूद उन्हें दर्शन दुर्लभ हो जाते हैं। मंदिर में VIP संस्कृति के कारण पीछे के दरवाजे से नेताओं, अधिकारियों, और अन्य VIP को विशेष दर्शन की सुविधा मिलती है। इसी दौरान आम श्रद्धालु कड़े Rules का पालन करते हुए मंदिर तक पहुंचने की कोशिश करता है, लेकिन उसे पुजारी और Policeकर्मियों की दुत्कार का सामना करना पड़ता है।
साधु-संतों ने की Policeकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की मांग
Bijasan माता मंदिर की स्थापना लगभग 300 वर्ष पूर्व Banjara समुदाय ने की थी, लेकिन वर्तमान में वहां Banjara संस्कृति के कोई अवशेष नहीं दिखाई देते। मंदिर में Chappal पहनकर Duty कर रहे Policeकर्मी के इस कृत्य से नाराज साधु-संतों ने इस घटना की निंदा की है और Police के वरिष्ठ अधिकारियों से उक्त Policeकर्मी के खिलाफ सख्त Action लेने की मांग की है।