Ratlam News | रतलाम के Industrial एरिया स्थित मालवा ऑक्सीजन प्लांट में शुक्रवार तड़के चार कर्मचारी झुलस गए। इन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद सभी को Private अस्पताल रेफर कर दिया गया। एक की हालत गंभीर है।
प्लांट के HR Executive रोहित दवे ने बताया कि तड़के 3 बजकर 50 मिनट पर Material की चार्जिंग हो रही थी। इसी दौरान कर्मचारियों को Material का Powder लग गया। हादसे में मुकेश (30) पुत्र रमेश कछावा निवासी टैगोर कॉलोनी, सुपडू (40) पुत्र पोपट निवासी नयागांव, कालूराम (50) पुत्र रामकिशोर कैथवास निवासी अंबिका नगर और सचिन (35) पुत्र शंकर लाल निवासी डोसीगांव झुलसे हैं।
पुलिस ने बताया कि सभी कर्मचारी 30 प्रतिशत तक झुलसे हैं। यहां बता दें कि सबसे पहले प्लांट में Blast होने से कर्मचारियों के झुलसने की बात सामने आई थी।
रतलाम जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद घायलों को इंदौर रेफर किया गया है। प्लांट डायरेक्टर ने कहा- कोई Blast नहीं हुआ
मालवा ऑक्सीजन प्लांट के डायरेक्टर संजय व्यास ने कहा, ‘कोई Blast नहीं हुआ है। प्लांट नंबर 7 में Powder Filter मशीन में Raw Material चार्ज किया जा रहा था। इसी Process के दौरान मशीन ज्यादा गर्म हो गई। जैसे ही कर्मचारियों ने Benzo Phenone (Intermediate) Chemical मशीन में डाला तो यह उड़कर उनके चेहरे पर आ गया।’
Pharma कंपनियों के लिए Raw Material बनाया जाता है
व्यास ने बताया, ‘प्लांट में Pharma कंपनियों के लिए Raw Material बनाया जाता है। घटना की वजह क्या रही, इसकी जांच की जाएगी। कर्मचारियों के परिजन ने इंदौर रेफर करने से मना कर दिया, इसलिए डॉक्टरों से बात करके उन्हें Private Hospital में Admit कराया गया है।’
परिजन बोले- Sparkling से आग लगी झुलसे घायल सचिन के पिता शंकरलाल परमार भी मालवा ऑक्सीजन में काम करते हैं। बेटा तीन साल पहले ही कंपनी में लगा है। उन्होंने बताया कि बेटे की ड्यूटी रात 10 बजे से सुबह 7 बजे तक की थी। रात में अपने साथियों के साथ Reactor में Raw Material Plastic के PP Bag से Powder डाल रहे थे। Powder डालते वक्त Sparkling हुआ। इससे आग लग गई। आग की लपटें कपड़ों पर आईं और चारों झुलस गए। हमने सोचा कि यहां अच्छा इलाज होता है तो हम यहीं करा लेते। अभी ICU में है।
कालूराम की पत्नी बोली- सुबह बताया कि जल गए हैं
घायल कालूराम की पत्नी रेखा ने बताया हमें सुबह 5 बजे फोन आया कि वह जल गए हैं। सरकारी Hospital में आए तो वह पूरे तरह से जले हुए थे। साथ वालों ने कहा कि पहले रतलाम में अच्छे से इलाज करवा ले। यहां मिल भी लेंगे। अगर वहां जाते तो कंपनी वाले भी ध्यान नहीं देंगे। घायल सुकुडू की पत्नी अंजू ने बताया कंपनी में क्या हुआ हमें यह नहीं मालूम। इंदौर जाने से हमने मना नहीं किया। लेकिन परिवार वाले यहां हैं तो यहीं रुकना पड़ा। इंदौर में कंपनी वालों को कैसे पकड़ कर लाएंगे। चेहरा, हाथ व पेट जला है। इलाज करने वाले Private Hospital के डॉक्टर सचिन जाट ने बताया कि 24 घंटे के Observation में रखा है। जलने के कारण घावों में पानी निकल रहा है। अधिकतर चेहरा, हाथ और पेट जले हैं।
कौन कितना जला
मुकेश 45 प्रतिशत जला है। सचिन 27 प्रतिशत जला है। कालूराम 54 प्रतिशत जला है। सुकुडू 44 प्रतिशत जला है।