Gwalior News । चंबल क्षेत्र की विजयपुर विधानसभा सीट पर उप-चुनाव का आयोजन होने वाला है। यह मुकाबला बीजेपी के मंत्री रामनिवास रावत और कांग्रेस के प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा के बीच है। रामनिवास रावत छह बार के विधायक हैं और ओबीसी समुदाय के प्रमुख नेता माने जाते हैं। वहीं, मुकेश मल्होत्रा पिछली बार निर्दलीय चुनाव लड़ चुके हैं, जिसके चलते कांग्रेस को संभावित नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है।
बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुकाबला
इस उप-चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा टकराव है। दोनों पार्टियों के बीच अभी तक कांटे की टक्कर देखी जा रही है। कांग्रेस ने विजयपुर की आदिवासी वोट बैंक को ध्यान में रखते हुए मुकेश मल्होत्रा को अपना प्रत्याशी बनाया है। दूसरी ओर, बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवारों के सामने कार्यकर्ताओं की नाराजगी एक बड़ी चुनौती है। बीजेपी का मुख्य एजेंडा विकास के मुद्दे पर चुनावी लड़ाई है।
रामनिवास रावत, मंत्री और बीजेपी के प्रत्याशी
रामनिवास रावत के टिकट के बाद पार्टी के कुछ पुराने नेता नाराज दिखाई दे रहे हैं, और उनके खिलाफ अंदरूनी तौर पर रणनीतियाँ बन रही हैं। वहीं, कांग्रेस में मल्होत्रा का नाम फाइनल होने के बाद उनके समुदाय के कुछ नेता बगावती रुख अपनाने लगे हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के नेता छोटेलाल सेमरिया सहित अन्य नेता भी अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं, जिन्हें मनाने की कोशिशें चल रही हैं।
पार्टी ने लगाई पूरी ताकत
रामनिवास रावत को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता वहाँ प्रचार के लिए पहुँच रहे हैं। ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने कहा कि बीजेपी में एक व्यक्ति नहीं, बल्कि पूरा संगठन और पार्टी चुनाव लड़ती है। इसलिए रामनिवास रावत की जीत सुनिश्चित है। वहीं, कांग्रेस में आदिवासी चेहरे मुकेश मल्होत्रा का नाम घोषित होने के बाद उनके खिलाफ उनके समाज के नेता बगावत कर रहे हैं। कांग्रेस का कहना है कि कोई नेता नाराज नहीं है और पूरी पार्टी विजयपुर में चुनावी रणनीति बना रही है।