Delhi News | प्रधानमंत्री Narendra Modi की BRICS Summit से पहले India और China के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ है। इस समझौते के तहत दोनों देश Eastern Ladakh में Line of Actual Control (LAC) पर पेट्रोलिंग को लेकर सहमत हुए हैं। इसके परिणामस्वरूप दोनों देशों के बीच Border Dispute सुलझने की संभावना बढ़ी है और Conflict में कमी आ सकती है।
विदेश मंत्री S Jaishankar की बड़ी घोषणा
सोमवार को विदेश मंत्री S Jaishankar ने कहा कि India और China के बीच पेट्रोलिंग System को लेकर एक समझौता हुआ है। इस समझौते से Border पर 2020 से पहले की स्थिति बहाल हो सकेगी। Jaishankar ने कहा कि यह Patience और Strong Diplomacy का परिणाम है, जो 2020 से चल रही बातचीत के बाद सामने आया है। उन्होंने यह बात NDTV World Summit में कही।
समझौते से Galwan जैसी घटनाओं को टालने में मदद
India के Foreign Secretary Vikram Misri ने भी इसी दिन इस समझौते की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि पेट्रोलिंग के नए System के तहत दोनों देशों की सेनाएं पीछे हट सकेंगी। यह System Depsang Plain और Demchok में पेट्रोलिंग Points से जुड़ा हुआ है, जहां अब तक Soldiers को जाने की अनुमति नहीं थी। इस कदम से Galwan जैसी घटनाओं को टाला जा सकेगा।
Galwan में India-China के बीच टकराव की घटना
2020 में Galwan Valley में 15 June को Indian और Chinese Soldiers के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें 20 Indian Soldiers शहीद हो गए थे। इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था। हालाँकि, India ने भी इस घटना का मुंहतोड़ जवाब दिया था, जिसमें Chinese Army के कई Soldiers मारे गए थे।
Army Chief का बयान: Stable, लेकिन Sensitive हालात
1 October को India के Army Chief Upendra Dwivedi ने कहा था कि India-China के हालात Stable हैं, लेकिन अभी भी Normal नहीं हैं। उन्होंने कहा था कि India को China के साथ Conflict भी करना है, Cooperation भी करना है, और Relations भी बनाए रखने हैं। उन्होंने बताया कि April से लेकर अब तक दोनों देशों के बीच Commander Level की 17 Meetings हो चुकी हैं, जिनमें कई Issues पर Discussion की गई है।
75% Border Dispute का समाधान हुआ: Jaishankar का बयान
12 September को विदेश मंत्री S Jaishankar ने Geneva में एक Summit के दौरान कहा था कि India-China Border Dispute का 75% Solution हो चुका है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि सीमा पर बढ़ते Militarization का Issue अब भी Serious बना हुआ है। Jaishankar ने जोर देकर कहा था कि Galwan Clash के बाद दोनों देशों के Relations पर इसका गहरा असर पड़ा है।
New York में दी सफाई
25 September को New York में Asia Society Policy Institute में Jaishankar ने अपने 75% Solution वाले बयान को स्पष्ट करते हुए कहा कि यह बयान केवल Soldiers के पीछे हटने के संदर्भ में दिया गया था।
समस्याओं का समाधान Meetings से निकालने की कोशिश जारी
September की शुरुआत में Foreign Ministry ने जानकारी दी थी कि India-China Relations को सुधारने के लिए Meetings और Dialogue के जरिए तनाव को कम करने की कोशिशें जारी हैं। WMCC Meetings के माध्यम से भी तनाव को कम करने की दिशा में काम हो रहा है।
Galwan Valley में Chinese Army की घुसपैठ
15 June 2020 को Galwan Valley में Chinese Army ने Eastern Ladakh के इलाकों में घुसपैठ की थी। India ने भी वहां अपनी Army तैनात की थी और हालात इतने खराब हो गए थे कि LAC पर Firing हुई।
Laos में Jaishankar-Wang Yi की Meeting
India के Foreign Minister S Jaishankar और China के Foreign Minister Wang Yi के बीच Laos में एक अहम Meeting हुई। इस Meeting में Jaishankar ने LAC और पहले हुए Agreements का सम्मान करने की बात रखी। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच Relations को Stable करने के लिए Border Dispute को सुलझाना ज़रूरी है।
समापन
India और China के बीच हालिया समझौता दोनों देशों के Relations में एक Positive कदम है। पेट्रोलिंग के नए System से सीमा पर Stability और Peace की संभावनाएं बढ़ेंगी।