Guna News l चांचौड़ा थाना Police ने हाल ही में क्षेत्र में लूट की दो वारदातों को अंजाम देने वाले गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह Rakshabandhan के दिन फूफा-भतीजी और जनवरी में बैंक के Group Collection कर्मचारी के साथ लूटपाट कर चुका था। Police ने आरोपियों से लगभग 7.33 लाख रुपए का माल जब्त किया है। इन आरोपियों ने वारदातों के बाद सामान्य जीवन जीने की कोशिश की और अपने घरों पर ही रहे।
Police ने सभी आरोपियों को उनके घरों से पकड़ा। पूछताछ के दौरान पता चला कि पहले ये लोग छोटे-मोटे अपराध करते थे। जब पकड़े नहीं गए, तो इन्होंने बड़ी वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया। एक दिन पहले ही Gwalior IG ने फूफा-भतीजी की वारदात में इनाम को 5 हजार रुपए से बढ़ाकर 20 हजार रुपए कर दिया था।
सूचना के अनुसार, 18 अगस्त को Sumer Singh Gurjar, जो ग्राम डाबरिया के निवासी हैं, अपनी साले की लड़की Suman के साथ गांव जा रहे थे। रास्ते में Bhanpura Meena गांव के पास दो बाइक पर आए 6 बदमाशों ने उन्हें गिराया और फिर रुपए व जेवर लूट लिए। इस घटना ने बड़ा रूप ले लिया और Gurjar समाज ने गुना सहित आसपास के कई जिलों में प्रदर्शन किया। इसके बाद Police ने CCTV कैमरों की मदद से पूरा रूट तैयार किया और संभावित जगहों पर कैमरे लगाए। संदिग्ध स्थानों की पहचान के बाद कुछ संदिग्धों को चिन्हित किया गया।
तकनीकी सहायता से संदिग्धों के मिलने के बाद Police ने अपना मुखबिर तंत्र सक्रिय किया और गिरोह तक पहुंच गई। Makkhan Bheel, Arjun Bheel, Munshilal Bheel, Chhatar Singh Banjara, और Ramlal Banjara को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में पता चला कि इसी गिरोह ने 3 जनवरी को भी बैंक के कर्मचारी के साथ लूट की थी। आरोपियों का कोई पुराना आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है, लेकिन वे छोटी-मोटी वारदातों में शामिल रहे हैं।
Police अब इनका रिकॉर्ड बनाएगी। इस कार्रवाई में चांचौड़ा थाना प्रभारी Machel Singh Mandeliya, एसआई Neeraj Lodhi, मृगवास थाना प्रभारी Bundel Singh Suneriya, एसआई Road Singh Bhilala, प्रआर Kamal Singh Raghuvanshi, Amit Bhardwaj और Cyber Cell के Kuldeep Bhadoria शामिल रहे।
टीआई Machel Singh ने बताया कि कैमरों में आरोपी स्पष्ट रूप से नजर नहीं आ रहे थे। CCTV कैमरों का एक रूट बनाकर अनुसरण करने पर गुना के पहले टोल तक पहुंचे। इसके बाद वे दिखाई नहीं दिए। फिर हमने दूसरा रूट फॉलो किया, जहां Peepalkhedi में एक कैमरे में दो बाइक पर 6 संदिग्ध दिखे। क्राइम सीन से वहां तक की दूरी और पहुंचने में लगने वाला समय मिलाकर जांच की तो मैच हुआ। हुलिया के आधार पर इन्हें संदिग्ध मानकर मुखबिर लगाए गए, और पूरी वारदात का खुलासा हुआ।