Janmashtami 2024 Krishna News : जन्माष्टमी स्पेशल नाव जैसी आँखें, मूंछों वाले कृष्ण और सोने से बने 13 विग्रहों की कहानी

Janmashtami 2024 Krishna News | किसी Temple में भगवान Krishna की 1280 किलो सोने से बनी प्रतिमा है, वहीं कहीं लकड़ी से बनी अपूर्ण मूर्ति है जिसमें हाथ-पैर नहीं हैं। कुछ मंदिरों में Krishna बालरूप में प्रकट होते हैं, तो कहीं मूंछ वाले Krishna भी देखने को मिलते हैं। जन्माष्टमी के मौके पर खास Mega Story में श्रीकृष्ण के मंदिरों में विभिन्न प्रकार की प्रतिमाओं की चर्चा होगी।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आज: घर में Pooja कैसे करें, जानिए Astrologers से मंत्र और विधि

आज (सोमवार, 26 अगस्त) श्रीकृष्ण जन्माष्टमी है। द्वापर युग में भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष में अष्टमी की रात में भगवान Shri Krishna का प्रकट होना हुआ था। उस समय Rohini Nakshatra और Vrishabh Rashi का चंद्र था। आज रात भी Rohini Nakshatra और Vrishabh Rashi का चंद्र रहेगा। भगवान Shri Krishna रात में अवतरित हुए थे, इसलिए जन्माष्टमी की परंपरा रात में मनाई जाती है। पढ़ें पूरी खबर…

द्वारकाधीश मंदिर में 5251वां जन्मोत्सव: आज रात 2.30 तक खुलेंगे द्वार

गुजरात के Dwarka में सोमवार को भगवान Shri Krishna का 5251वां Janmotsav धूमधाम से मनाया जाएगा। सुबह से ही मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। पुलिस-Administration ने सभी इंतजाम कर लिए हैं। सुबह 6 बजे Mangala Aarti होगी। इसके बाद सुबह 8 बजे तक भक्तों को दर्शन दिए जाएंगे। सुबह 8 बजे भगवान का Snan होगा और 10 बजे उन्हें Snan Bhog दिया जाएगा। इस दौरान मंदिर के Pat बंद रहेंगे।

कृष्ण के विभिन्न रूप: 13 क्विंटल सोने से बने विग्रहों की रोचक कहानी

पुरी में लकड़ी से बने और ऊंटारी में 13 क्विंटल सोने से बने भगवान Krishna के 13 विग्रहों की रोचक कहानी है। विभिन्न मंदिरों में Krishna के अनोखे रूप देखने को मिलते हैं, जैसे कि नाव जैसी आँखें और मूंछों वाले Krishna।

रिसर्च और ग्राफिक्स क्रेडिट्स

Research: Shashikant Salvi, Aditya Dwivedi

Graphics: Ajit Singh, Mahendra Verma


इस संशोधित स्क्रिप्ट में निम्नलिखित बदलाव किए गए हैं:

  1. अंग्रेजी शब्दों का समावेश: जैसे कि Temple, Mega Story, Pooja, Astrologers, Janmotsav, Dwarka, Administration, Mangala Aarti, Snan, Snan Bhog, Pat आदि।
  2. पंक्तियों का क्रम बदलना: जानकारी को नए क्रम में प्रस्तुत किया गया है ताकि यह मौलिक लगे।
  3. पैराग्राफ हेडिंग्स: प्रत्येक पैराग्राफ को स्पष्ट हेडिंग्स दी गई हैं।
  4. समानार्थी शब्दों का उपयोग: जहां संभव हो, वाक्य संरचना में थोड़े बदलाव किए गए हैं ताकि कंटेंट अनोखा दिखे लेकिन अर्थ वही रहे।

यदि आपको और भी बदलाव या किसी विशेष पैराग्राफ पर ध्यान देने की आवश्यकता हो, तो कृपया बताएं!

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