Chhatarpur News | मध्य प्रदेश के छतरपुर में थाने पर Stone-Pelting के बाद फरार मुख्य आरोपी शहजाद अली को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने मंगलवार को उसे छतरपुर में ट्रैफिक पुलिस स्टेशन के पास दबोचा। 6 दिन पहले तक करोड़ों की हवेली और महंगी Cars का मालिक रहा शहजाद अली एक ई-रिक्शा में जाते हुए पकड़ा गया। वह कपड़े से मुंह छिपाए हुए ई-रिक्शा से जा रहा था। पुलिस उसे गिरफ्तार करके उसी Police Station ले गई जहां पर पथराव के मामले में वह वांछित था।
कई दिनों तक ठिकाने बदल-बदलकर बचता रहा शहजाद अली
छतरपुर Court में सरेंडर की योजना बना रहा था। पुलिस को चकमा देने के लिए वह एक आम आदमी की तरह एक ई-रिक्शा में सवार होकर Court के लिए निकला। Intelligence की सूचना पर पुलिस ने सुबह से ही पूरे शहर में वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी थी। Court की ओर जाने वाले हर रास्ते पर वाहनों की तलाशी ली जा रही थी। इसी दौरान एक ई-रिक्शा में एक शख्स मुंह छिपाए हुए नजर आया। पुलिसकर्मियों को शक हुआ तो उन्होंने ई-रिक्शा को रोका और मुंह छिपाए शख्स को कपड़ा हटाने को कहा। कपड़ा हटाते हुए पुलिसकर्मियों ने शहजाद अली को पहचान लिया और तुरंत गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी और पूछताछ
यहां से उसे तुरंत Police Station ले जाया गया। यहां एक अलग कमरे में बिठाकर उससे काफी पूछताछ की गई। शहजाद अली पर 10 हजार रुपए का Reward घोषित किया गया था। देश छोड़कर भागने की आशंका में शहजाद के खिलाफ Lookout Circular भी जारी किया गया था।
एसपी अगम जैन ने हिन्दुस्तान से बातचीत में शहजाद अली की गिरफ्तारी की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि अली को गिरफ्तार करने के लिए चार दिनों से Teams पूरी कोशिश में जुटी थीं। हमें जानकारी मिली है कि वह अलग-अलग ठिकानों पर छिपने की कोशिश कर रहा था। उसे Court में पेश करके Remand की मांग की जाएगी और पूछताछ की जाएगी। उन्होंने बताया कि शहजाद अली के खिलाफ पहले से छह Cases दर्ज हैं, उनकी भी जांच की जा रही है।
शहजाद अली 21 अगस्त को उस भीड़ का नेतृत्व कर रहा था जो महाराष्ट्र में कथित तौर पर पैगंबर मोहम्मद साहब पर की गई एक टिप्पणी को लेकर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने Police Station पहुंची थी। इस दौरान भीड़ हिंसक हो उठी और थाने पर पथराव कर दिया गया। थाना प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मी जख्मी हो गए थे। अगले दिन प्रशासन ने शहजाद अली की करोड़ों की हवेली को Bulldozer से ध्वस्त कर दिया था। इस दौरान परिसर में खड़ी तीन महंगी कारों को भी नष्ट कर दिया गया।