Gwalior News | ग्वालियर पहुंचे केन्द्रीय मंत्री और दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, ‘Opposition और Opposition के पूर्व अध्यक्ष चिल्ला रहे हैं। मैं उन्हें बोलना चाहूंगा कि चिल्लाना बंद करें और काम करें। जनता बोलने वाली नहीं, काम करने वाली Government चाहती है।’
सिंधिया सोमवार को जन्माष्टमी पर एक दिवसीय दौरे पर ग्वालियर पहुंचे हैं। सिंधिया ने कोटेश्वर मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना भी की। वे यहां यादव समाज के चल समारोह में भी शामिल होंगे। सिंधिया ने सभी को जन्माष्टमी की शुभकामनाएं दीं। बता दें कि केंद्र सरकार ने हाल में UPS (Unified Pension Scheme) लॉन्च की है। इसे लेकर Opposition हंगामा कर रहा है।
केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा, ‘कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में तो Opposition की Government है। वहां Opposition के घोषणा पत्र में OPS मेंशन है फिर क्यों डर रहे हैं? वहां लागू करें। यही Opposition के साथ परेशानी है। बोलती है, पर करती नहीं। Opposition का काम ही विरोध करना है। Opposition का काम ही है देश को खड्डे में ले जाकर छोड़ना। Opposition के कई ऐसे राज्य हैं, जहां उन्होंने Old Pension Scheme पर 10% से आगे पैसा नहीं बढ़ाया। Opposition के राज्यों की कथनी और करनी में अंतर है।’
सोमवार को केन्द्रीय मंत्री सिंधिया का ग्वालियर एयरपोर्ट पर स्वागत किया गया। सिंधिया को घटना के अगले ही दिन गिरफ्तार कर लिया गया था। सिंधिया मेडिकल कॉलेज में ही सिविक वॉलंटियर था। पुलिस के बाद 14 अगस्त को ये केस CBI को हैंडओवर कर दिया गया था। इसके बाद उसे सियालदह कोर्ट में पेश किया गया। 23 अगस्त को अदालत ने सिंधिया सहित 7 लोगों के पॉलीग्राफ टेस्ट की इजाजत दी थी। मजिस्ट्रेट के सामने रोते हुए उसने कहा- मैंने कोई क्राइम नहीं किया है। मुझे फंसाया जा रहा है। शायद पॉलीग्राफ टेस्ट से मेरी बेगुनाही साबित हो जाए।
CBI ने अदालत में दावा किया था कि गिरफ्तारी के बाद सिंधिया ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उसमें न कोई घबराहट थी और न ही कोई पछतावा। उसने बिना हिचकिचाहट के पूरी घटना बताई।
सिंधिया ने सोने की इजाजत मांगी थी, कहा- लगातार पूछताछ से थक गया हूं
मुख्य आरोपी सिंधिया को प्रेसीडेंसी करेक्शनल होम के VIP वार्ड में न्यायिक हिरासत में रखा गया है। यहीं पर बंगाल के पूर्व मंत्रियों पार्थ चटर्जी और ज्योतिप्रिया मलिक सहित अन्य चर्चित कैदी भी बंद हैं। हालांकि, सिंधिया को उनसे दूर रखा गया है।
सिंधिया ने जेल प्रशासन से सोने की इजाजत मांगी थी। उसने कहा कि पिछले दो सप्ताह से कोलकाता पुलिस और CBI की लगातार पूछताछ के बाद वह थक गया हूं। शुरुआती दिनों में देर रात तक पूछताछ चलती थी। इसलिए सोना चाहता हूं।
पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के घर CBI का छापा, पॉलीग्राफ टेस्ट भी हुआ
24 अगस्त को आरजी मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष, 4 फेलो डॉक्टर और एक वॉलंटियर का पॉलीग्राफ टेस्ट किया गया था। इसके बाद 25 अगस्त को CBI ने संदीप घोष के घर छापा मारा। एजेंसी ने घोष और उनसे जुड़े लोगों के 15 ठिकानों पर तलाशी ली।
घोष पर मेडिकल कॉलेज में वित्तीय गड़बड़ी का आरोप है। कॉलेज के पूर्व डिप्टी सुपरिनटैंडैंट अख्तर अली ने उन पर कई आरोप लगाए थे। संदीप का भी पॉलीग्राफ टेस्ट हो चुका है। CBI अधिकारियों ने बताया कि 8 और 9 अगस्त को हुए रेप और मर्डर को लेकर घोष ने जो बयान दिए हैं, उनकी क्रॉस चेकिंग के लिए घोष का पॉलीग्राफ टेस्ट किया गया है। घटना के 4 दिन बाद ही उसने प्रिंसिपल पद से इस्तीफा दिया था। इसके बाद उसकी नियुक्ति दूसरे कॉलेज में की गई थी।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा था- 30 साल में ऐसी लापरवाही नहीं देखी
पुलिस और हॉस्पिटल मैनेजमेंट के रवैये पर सुप्रीम कोर्ट ने भी सख्त टिप्पणी की थी। इस मामले में 22 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। CBI ने कोर्ट में कहा कि क्राइम सीन से छेड़छाड़ हुई है। कोर्ट ने कहा था कि सुबह 10:10 बजे पुलिस को खबर मिली कि एक ट्रेनी डॉक्टर अस्पताल में बेहोश हालत में मिली है। फिर पुलिस ने 6 और 7 बजे के बीच में शव का पोस्टमॉर्टम करवा दिया। लड़की का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया, लेकिन FIR रात 11:45 बजे दर्ज की गई। FIR सबसे पहले होनी चाहिए थी। साथ ही इसमें ही अननैचुरल डेथ का जिक्र होना चाहिए था।