Amravati News | आंध्र प्रदेश के श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर (तिरुपति मंदिर) के लड्डूओं की पवित्रता को लेकर चल रहे विवाद के बीच, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने घोषणा की है कि प्रसादम पूरी तरह से शुद्ध और पवित्र है। भविष्य में इसे बनाए रखने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।
TTD के Executive Officer जे श्यामला राव ने मान्यता दी है कि घी में जानवरों की चर्बी का उपयोग हुआ था। शुक्रवार, 20 सितंबर को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने बताया कि लड्डू के लिए उपयोग किए गए घी के सैंपल्स की चार लैब रिपोर्ट्स में इसकी पुष्टि हुई है। राव ने कहा कि मंदिर प्रबंधन के पास अपनी लैब नहीं थी, जिसका फायदा घी सप्लायर एआर डेयरी फूड्स ने उठाया।
इस बीच, शनिवार को केंद्र और राज्य सरकार के फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट के अधिकारी तमिलनाडु के डिंडीगुल में स्थित एआर डेयरी फूड्स की फैक्ट्री में जांच के लिए पहुंचे।
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वाराणसी में कहा- “कल रात मेरे कुछ सहयोगी बाबा विश्वनाथ धाम गए थे। मुझे रात में बाबा का प्रसादम दिया गया, और इस पर तिरुमाला की घटना की याद आ गई। हर तीर्थ स्थल में ऐसी घटिया मिलावट हो सकती है। हिंदू धर्म के अनुसार, यह बहुत बड़ा पाप है और इसकी सही जांच होनी चाहिए।”
प्रसादम विवाद की स्थिति
सुप्रीम कोर्ट: वकील सत्यम सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है। उन्होंने कहा, यह हिंदू धार्मिक रीति-रिवाजों के मूल सिद्धांतों का उल्लंघन है और कोर्ट को तुरंत संज्ञान लेना चाहिए।
हाईकोर्ट: YSR ने लड्डू में चर्बी विवाद पर हाईकोर्ट का रुख किया है। जगन रेड्डी की पार्टी ने इस मामले में मौजूदा जज की निगरानी में जांच का अनुरोध किया है। अगली सुनवाई 25 सितंबर को होगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय: स्वास्थ्य मंत्रालय ने आंध्र प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी है। स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा, “मैंने CM चंद्रबाबू नायडू से बात की है। मंदिर के प्रसाद (लड्डू) की जांच कराई जाएगी।”
CBI जांच की मांग: TDP, कांग्रेस और भाजपा ने इस मामले में CBI जांच की मांग की है, लेकिन केंद्र सरकार ने अभी यह केस जांच एजेंसी को नहीं सौंपा है।
विवाद का उदय
कर्नाटक कोऑपरेटिव मिल्क फेडरेशन (KMF) पिछले 50 साल से रियायती दरों पर ट्रस्ट को घी उपलब्ध कराता आ रहा था। हर छह महीने में 1400 टन घी मंदिर में आता था। जुलाई 2023 में कंपनी ने कम रेट पर सप्लाई देने से मना कर दिया, जिसके बाद जगन सरकार (YSRCP) ने 5 फर्मों को सप्लाई का काम सौंपा, जिसमें से एक एआर डेयरी फूड्स थी। इसी साल जुलाई में इस प्रोडक्ट में गड़बड़ी मिली थी।
TDP सरकार ने जून 2024 में सीनियर IAS अधिकारी जे श्यामला राव को TTD का नया Executive Officer नियुक्त किया। उन्होंने प्रसादम (लड्डू) की क्वॉलिटी जांच का आदेश दिया। इसके लिए एक कमेटी बनाई गई, जिसने कई सुझाव दिए और घी की जांच के लिए NDDB, गुजरात में सैंपल भेजे। जुलाई में आई रिपोर्ट में फैट का जिक्र था।
TTD ने फिर एआर डेयरी फूड्स की तरफ से भेजे गए घी के स्टॉक को वापस कर दिया और ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट कर दिया। अब TTD ने कर्नाटक मिल्क फेडरेशन से घी खरीदना शुरू कर दिया है।
पुराने सप्लायर से घी 320 रुपए प्रति किलोग्राम के रेट पर खरीदा जाता था, जबकि अब तिरुपति ट्रस्ट कर्नाटक कोऑपरेटिव मिल्क फेडरेशन (KMF) से 475 रुपए प्रति किलोग्राम के रेट पर घी खरीद रहा है।
NDDB CALF ने तिरुपति को घी की शुद्धता की जांच के लिए एक मशीन दान करने पर सहमति दी है, जिसकी लागत 75 लाख रुपए है।
अमूल का स्पष्टीकरण
इस बीच, तिरुपति लड्डू में मिलावट को लेकर विवाद के बीच डेयरी कंपनी अमूल ने भी सफाई दी। कंपनी ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर बयान जारी किया कि उसने TTD को कभी घी की सप्लाई नहीं की है।
अमूल ने कहा, “कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में कहा जा रहा है कि अमूल घी TTD को सप्लाई किया जा रहा था। हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि हमने कभी भी तिरुपति मंदिर को अमूल घी की सप्लाई नहीं की है।”
CM नायडू ने लैब रिपोर्ट सार्वजनिक की
जुलाई में आई रिपोर्ट में लड्डुओं में चर्बी की पुष्टि हुई थी। हालांकि, TDP ने दो महीने बाद रिपोर्ट सार्वजनिक की। CM नायडू ने 18 सितंबर को आरोप लगाया था कि पूर्व जगन सरकार में तिरुपति मंदिर के लड्डू में जानवरों की चर्बी और फिश ऑयल मिलाया गया था। TDP ने एक लैब रिपोर्ट दिखाकर अपने आरोपों की पुष्टि का दावा किया।
नायडू ने कहा, “जब बाजार में 500 रुपए किलो घी मिल रहा था, तब जगन सरकार ने 320 रुपए किलो घी खरीदा। ऐसे में घी में सप्लायर की ओर से मिलावट होना तय था।”
प्रसादम मामले पर प्रमुख बयान
पवन कल्याण, डिप्टी CM आंध्र प्रदेश ने कहा, “अब समय आ गया है कि मंदिरों से जुड़े सभी मुद्दों पर विचार करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर ‘Sanatan Dharma Rakshan Board’ का गठन किया जाए।”
राहुल गांधी, लोकसभा नेता प्रतिपक्ष ने कहा, “वेंकटेश्वर मंदिर में प्रसाद अपवित्र होने की खबरें परेशान करने वाली हैं। यह घटनाक्रम हर भक्त को आहत करेगा। इस पर गहराई से विचार की जरूरत है।”
भोपाल में प्रदर्शन
तिरुपति मंदिर के लड्डूओं में जानवरों की चर्बी होने की जांच को लेकर शुक्रवार को भोपाल में प्रदर्शन हुआ। तिरुपति मंदिर में करीब 200 ब्राह्मण 300 साल पुराने किचन में शुद्ध देसी घी से लड्डू बनाते हैं।
यह मंदिर दुनिया के सबसे लोकप्रिय और अमीर धर्मस्थलों में से एक है। यहां हर दिन करीब 70 हजार श्रद्धालु भगवान वेंकटेश्वर स्वामी के दर्शन करने आते हैं।
मंदिर परिसर में बनी 300 साल पुरानी किचन ‘पोटू’ में शुद्ध देसी घी से रोज 3.5 लाख लड्डू बनते हैं। लड्डू में शुद्ध बेसन, बूंदी, चीनी, काजू और शुद्ध घी होता है।
तिरुपति लड्डू विवाद: यूपी के डिप्टी CM केशव ने कहा- “हम भी कराएंगे जांच।” अयोध्या सांसद अवधेश ने कहा, “भाजपा को अफवाह फैलाने में महारत है।”