Bhopal News । दस साल पहले तक भेल टाउनशिप की सड़कें शहर की सबसे बेहतरीन सड़कों में शामिल थीं, लेकिन अब यह सड़कें पूरी तरह से orphaned हो चुकी हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि अब टाउनशिप के कर्ताधर्ताओं ने इन सड़कों की देखरेख से turn a blind eye कर लिया है।
भेल प्रबंधन का कहना है कि टाउनशिप के रास्तों पर City Buses चलती हैं, भारी वाहन गुजरते हैं, और property tax भी लिया जाता है। इसलिए सड़कों का हाल खराब हो गया है। अब कुछ खास सड़कों का construction भेल प्रबंधन नहीं करेगा।
नागरिकों का बढ़ता हुआ संघर्ष
प्रबंधन के इस अड़ियल रवैये की वजह से, शहर के करीब एक लाख से अधिक नागरिकों को रोजाना trouble का सामना करना पड़ रहा है। सड़कों के जर्जर हालात के कारण कई वाहन चालक accidents का शिकार हो चुके हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।
नगर निगम के अधिकारी का कहना है कि वे उन्हीं सड़कों का maintenance करते हैं, जो उनके स्वामित्व में आती हैं। दोनों एजेंसियों के अधिकारियों के बयान सुनकर यह साफ जाहिर होता है कि इनके आपसी विवाद का खामियाजा आम नागरिकों को suffer करना पड़ रहा है।
सड़कों का जर्जर हालत और बजट
Three Crore Budget होने के बावजूद, भेल टाउनशिप के मुख्य मार्गों की हालत बेहद खराब है। कई सड़कों पर 5 इंच तक गहरे गड्ढे हैं, जिससे वाहन चालक बचते-बचते निकलते हैं। स्थानीय लोग बताते हैं कि यह गड्ढे life-threatening साबित हो रहे हैं। कई लोग इन गड्ढों में गिरकर घायल हो चुके हैं। पिछले पांच सालों से, इन रास्तों का कोई repair नहीं हुआ है, और लोग अपनी जान जोखिम में डालकर commute करते हैं।
भेल टाउनशिप के मुख्य मार्ग
- अन्ना नगर से अवधपुरी तक।
- आईटीआई से अन्ना नगर तक।
- पिपलानी से गांधी चौक तक।
- सिक्योरिटी लाइन से सुभाष नगर श्मघाट घाट रोड तक।
- विजय मार्केट से बरखेड़ा पठानी मार्ग तक।
- रोज गार्डन से साकेत नगर मार्ग तक।
नागरिकों की आवाज़
मनीष गौतम, एक रहवासी, का कहना है, “सड़क का उपयोग सभी करते हैं, लेकिन जिस एजेंसी की जिम्मेदारी है, उसे सड़कों की maintenance पर ध्यान देना चाहिए।”
दीपक गुप्ता, श्रमिक कांग्रेस नेता, ने कहा, “टाउनशिप की सड़कें better होनी चाहिए, ताकि नागरिकों की facilities में इजाफा हो। भेल कारखाने के कर्मचारी भी इन जर्जर सड़कों से गुजरते हैं, इसलिए इनका सुधरना बेहद जरूरी है।”
विनोदानंद झा, प्रवक्ता, भेल, ने कहा, “नगर निगम property tax वसूलता है, कचरा एकत्र करता है, और टाउनशिप की सड़कों से आम बसें गुजरती हैं। हमने इन सड़कों के construction के लिए संबंधित एजेंसियों को लिखा है, और वे ही इन सड़कों का maintenance करेंगी।”
सुबोध जैन, अधीक्षण यंत्री, भोपाल नगर निगम, ने बताया, “हम केवल उन्हीं सड़कों का संधारण करते हैं, जो नगर निगम के स्वामित्व में हैं। टाउनशिप की सड़कों के handover के कोई आदेश नहीं हैं।”