Bhopal News | मध्य प्रदेश सरकार (Mohan Yadav Government) पर लगातार कर्ज बढ़ रहा है और प्रदेश के नगर निगमों की Financial स्थिति भी काफी चिंताजनक है। इन समस्याओं के बावजूद, मुख्यमंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav) ने नगरीय निकाय के जनप्रतिनिधियों के लिए सोमवार को एक बड़ा ऐलान किया। सीएम ने घोषणा की कि अब उनके मानदेय में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाएगी। महापौरों को अब 22,000 रुपए के बजाय 26,400 रुपए प्रति माह मिलेंगे। इसके अलावा, उपाध्यक्ष, पार्षद, नगर पालिका अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और नगर परिषद अध्यक्ष के मानदेय में भी 20 प्रतिशत का इजाफा किया गया है।
जनप्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हाल ही में सीएम आवास पर कई बड़े कार्यक्रम आयोजित किए हैं। सोमवार को, सीएम निवास पर देवी अहिल्या बाई होलकर नगरीय महिला जनप्रतिनिधि सम्मेलन और रक्षाबंधन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रदेशभर के 413 नगरीय निकायों के 3,300 जनप्रतिनिधि शामिल हुए। इस मौके पर, सीएम ने एलान किया कि नगरीय निकाय में अच्छा काम करने वाले नगर निगम को 5 करोड़ रुपए और नगर पालिका को 2 करोड़ रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। इसके साथ ही, संभाग में टॉप करने वाले नगर निगम को अतिरिक्त राशि भी दी जाएगी।
किस जनप्रतिनिधि के वेतन में कितनी वृद्धि?
- महापौर: 22,000 से बढ़कर 26,400
- उपाध्यक्ष: 18,000 से बढ़कर 21,600
- नगर निगम पार्षद: 12,000 से बढ़कर 14,400
- नगर पालिका अध्यक्ष: 6,000 से बढ़कर 7,200
- उपाध्यक्ष: 4,800 से बढ़कर 5,760
- नगर पालिका पार्षद: 3,600 से बढ़कर 4,320
- नगर परिषद अध्यक्ष: 4,800 से बढ़कर 5,760
- नगर परिषद उपाध्यक्ष: 4,200 से बढ़कर 5,040
- नगर परिषद पार्षद: 2,800 से बढ़कर 3,360
सम्मेलन में क्या बोले मोहन यादव?
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने देवी अहिल्याबाई शहरी क्षेत्र की महिला महापौर, अध्यक्ष और पार्षद सम्मेलन के साथ रक्षाबंधन कार्यक्रम का शुभारंभ कन्या पूजन और दीप प्रज्वलित करके किया। कार्यक्रम में उन्होंने बहनों पर पुष्प वर्षा कर उनसे राखी बंधवाई। इस दौरान सीएम ने स्वयं सहायता समूह की बहनों द्वारा लगाए गए विभिन्न Exhibitions का अवलोकन किया और हस्तांतरण विकास अधिकार पोर्टल का लोकार्पण किया। इस अवसर पर सांसद एवं प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, सांसद आलोक शर्मा, राज्यसभा सांसद माया नारोलिया, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय सहित कई मंत्री और विधायक मौजूद रहे।