Canada News l Canada के Prime Minister जस्टिन ट्रूडो ने Indian Government के Agents पर खुफिया जानकारी इकट्ठा करने, Target Killing, Canadian नागरिकों को धमकाने और हिंसा में शामिल होने का आरोप लगाया है।
Royal Canadian Mounted Police (RCMP) के सबूतों का हवाला देते हुए ट्रूडो ने दावा किया कि Canada से निकाले गए India के 6 Agents उन गतिविधियों में शामिल थे, जो Public Safety के लिए खतरा हैं।
ट्रूडो ने कहा कि Canada ने इन मामलों पर India के साथ कई बार बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन हर बार India ने सहयोग करने से मना कर दिया। यह मामला उस समय गरमाया जब ट्रूडो Government ने India को एक Letter भेजा।
Letter में India के High Commissioner और कुछ अन्य Diplomats को Canadian नागरिक की हत्या में संदिग्ध बताया गया। इसके बाद Canada ने भारत के 6 Diplomats को देश छोड़ने का आदेश दिया। जवाब में India ने Canada के Acting High Commissioner स्टीवर्ट रॉस व्हीलर समेत 6 कनाडाई Diplomats को देश छोड़ने का आदेश दिया।
ट्रूडो ने ब्रिटेन के PM स्टार्मर से बात की
इस मामले पर ट्रूडो ने Britain के Prime Minister कीर स्टार्मर से बातचीत की है। Social Media पर जानकारी देते हुए ट्रूडो ने कहा कि दोनों नेताओं ने अपने नागरिकों की सुरक्षा और कानून व्यवस्था के मुद्दों पर चर्चा की।
इस बीच American Media House Washington Post ने दावा किया है कि India के Home Minister अमित शाह और RAW ने मिलकर Canada में खुफिया जानकारी इकट्ठा करने और खालिस्तानी आतंकियों पर हमले की अनुमति दी थी। Washington Post के मुताबिक, एक Canadian अधिकारी ने बताया कि Indian Diplomats कई लोगों पर Canada आने की Permission के बदले खुफिया जानकारी देने का दबाव बना रहे थे।
इस Operation का नेतृत्व Canada में India के High Commissioner संजय वर्मा कर रहे थे। रिपोर्ट के अनुसार, 12 अक्टूबर को Canada के National Security Advisor (NSA) ने India के NSA अजीत डोभाल को Meeting के दौरान इस बात की जानकारी दी थी।
कनाडाई Police का बयान- भारतीय Agents ने कई जानकारियां जुटाईं
Canada के Police Commissioner माइक दुहेमे ने एक Press Conference में बताया कि Canada में Indian Diplomats और अधिकारियों ने अपने पद का गलत इस्तेमाल कर गुप्त तरीके से India के लिए जानकारियां इकट्ठा कीं। इन जानकारियों को इकट्ठा करने के लिए उन्होंने Agents का उपयोग किया। इनमें से कुछ Agents को दबाव और धमकी के तहत India के लिए काम करने को मजबूर किया गया।
उन्होंने यह भी बताया कि India ने जो जानकारी जुटाई, उसका उपयोग South Asian नागरिकों को निशाना बनाने के लिए किया गया। हमने India के अधिकारियों को इसके सबूत भी सौंपे थे और उनसे सहयोग की अपील की थी।
दोनों देशों के बीच तनाव की वजह: खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या
18 June 2023 को Canada के Surrey शहर में एक Gurudwara के बाहर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके कुछ समय बाद, 18 सितंबर को, ट्रूडो ने India पर निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया, जिसे India ने खारिज कर दिया था।
3 May 2024 को Canadian Police ने निज्जर की हत्या के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया, जो सभी Indian नागरिक हैं। Police ने कहा कि वे काफी समय से इन पर नजर रखे हुए थे और उन्हें यकीन है कि इन्हें निज्जर की हत्या का Contract दिया गया था। India ने इस मामले को Canada का Internal Matter बताया था।
ट्रूडो के लिए निज्जर का मुद्दा क्यों महत्वपूर्ण है?
Canada में अक्टूबर 2025 में Parliamentary Elections होने वाले हैं। खालिस्तान समर्थक ट्रूडो की Liberal Party के बड़े Supporter माने जाते हैं। हालांकि, हाल ही में खालिस्तान समर्थक जगमीत सिंह की NDP Party ने ट्रूडो Government से अपना समर्थन वापस ले लिया, जिससे ट्रूडो की Government अल्पमत में आ गई थी।
हालांकि, 1 अक्टूबर को ट्रूडो की Party ने एक अन्य Party का समर्थन पाकर Floor Test पास कर लिया था।
निज्जर की हत्या का Background
हरदीप सिंह निज्जर करीब 27 साल पहले Canada गए थे और तीन साल पहले India ने उन्हें आतंकी घोषित किया था।
ट्रूडो का PM मोदी से मुलाकात का दावा
ट्रूडो ने कहा कि उन्होंने East Asia Summit के दौरान India के Prime Minister नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। उन्होंने इस बातचीत में कई जरूरी मुद्दों पर चर्चा की। हालांकि, Indian Media House NDTV के सूत्रों ने इस मुलाकात का खंडन किया और कहा कि ऐसी कोई Meeting नहीं हुई थी।