Shivpuri News | Madhya Pradesh में Rabi Season की फसल जैसे Wheat, Chana और अन्य फसलों के लिए DAP और Urea Fertilizer की भारी कमी होने लगी है। किसानों को पांच से छह दिन के इंतजार के बाद Fertilizer मिल रही है, वह भी मांग से बहुत कम मात्रा में। Shivpuri और Narmadapuram जिले की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है।
Shivpuri में किसान रातभर Fertilizer Distribution Centers पर रुके रहते हैं, वहीं खाते हैं और जमीन पर सो जाते हैं। Kolaras में सोमवार रात किसानों ने सड़क पर ईंटों पर अपने Aadhar Cards रखकर लाइन लगाई और वहीं सो गए।
Narmadapuram: एक एकड़ पर केवल एक बोरी Fertilizer मिल रही है
Narmadapuram में प्रति एकड़ केवल एक बोरी DAP दी जा रही है और अधिकतम 10 बोरी ही दी जा रही है। किसानों की मांग है कि 30 एकड़ जमीन वाले किसानों को एक बार में ही 30 बोरी DAP दिया जाए ताकि उन्हें बार-बार लाइन में लगने की जरूरत न पड़े।
Shivpuri: किसानों का आरोप- घर छोड़कर यहां रह रहे हैं
Shivpuri जिले में किसानों ने Fertilizer Distribution Centers पर डेरा डाल रखा है। उनका कहना है कि कई दिनों से Fertilizer नहीं मिल रही है, इस वजह से वे अपने घर छोड़कर यहां पर पड़े हुए हैं। प्रशासन ने सोमवार को यह Announcement किया था कि मंगलवार को सुबह 8 बजे से Kolaras नई तहसील में Token Distribution शुरू होंगे और 10:30 बजे से Anaj Mandi में Fertilizer वितरण किया जाएगा।
Kolaras में किसानों ने Aadhar Card की लाइन में जगह रखने के लिए सड़कों पर ही सोने का फैसला किया ताकि सुबह उन्हें Token मिल सके।
रात में नींद नहीं, दिन में आराम नहीं: किसान
Shivpuri के Khatora गांव के किसान Ankit Bhargava ने बताया कि वह सोमवार रात से Fertilizer Center पर पहुंचे हैं, लेकिन अब तक Token नहीं मिला। उन्होंने बताया कि कई दिनों से वे Fertilizer के लिए भटक रहे हैं, न तो वे ठीक से खा पा रहे हैं और न ही सो पा रहे हैं।
दूसरे किसानों ने भी बताया कि वे रविवार रात से अपने गांव से निकलकर Fertilizer Center पर आए थे, लेकिन सोमवार को Fertilizer नहीं मिली। मंगलवार को Fertilizer वितरण का Announcement सुनकर उन्होंने अपना Aadhar Card ईंटों पर रखकर नंबर लगाया ताकि सुबह उठते ही उन्हें Token मिल सके।
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने किया था किसानों से वादा
7 October को Shivpuri में एक सभा में केंद्रीय मंत्री Jyotiraditya Scindia ने मंच से कहा था कि उनके Parliamentary क्षेत्र में किसानों को Fertilizer के लिए परेशान नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्रालय से बात कर 2545 Metric Ton Fertilizer उपलब्ध कराने की बात की थी, जो Ashoknagar और Shivpuri जिलों के लिए भेजी गई है। इसके बावजूद Fertilizer की कमी अभी भी बनी हुई है।
Shivpuri: मांग 25500 Metric Ton, मिली केवल 5500 Metric Ton
Shivpuri के Agriculture Department उपसंचालक U.S. Tomar ने बताया कि जिले के लिए 25500 Metric Ton DAP Fertilizer की मांग की गई थी, लेकिन अब तक केवल 5500 Metric Ton ही मिली है। 16 October को 1600 Metric Ton Fertilizer की एक Rake Shivpuri पहुंचने वाली है। फिलहाल, किसानों को NPK Fertilizer इस्तेमाल करने की सलाह दी जा रही है।
Kolaras Tehsildar Sachin Bhargava ने कहा कि 7 और 8 October को Fertilizer का वितरण किया गया था और मंगलवार को Kolaras और Badarwas में एक-एक हजार Fertilizer की Bori बांटी जाएंगी।
किसानों की मांग- NPK नहीं, DAP ही चाहिए
Agriculture उपसंचालक U.S. Tomar का कहना है कि NPK Fertilizer (Nitrogen, Phosphorus और Potassium का मिश्रण) DAP की तुलना में ज्यादा लाभदायक है, लेकिन किसानों को DAP Fertilizer की आदत हो गई है, इसलिए इसकी मांग ज्यादा है।
Narmadapuram: Tehsildar की निगरानी में हो रहा है Fertilizer वितरण
Narmadapuram में 10 October को बांटे गए Token के आधार पर ही DAP और Urea Fertilizer दी जा रही है। Fertilizer Distribution Tehsildar की मौजूदगी में हो रहा है। किसानों का कहना है कि जितनी जरूरत है उतनी DAP दी जानी चाहिए, अन्यथा उनकी Wheat और Chana की फसलें खराब हो जाएंगी।
किसानों ने यह भी कहा कि अगर उन्हें एक बार में उनकी पूरी जरूरत की Fertilizer नहीं मिली, तो उन्हें फिर से लंबी लाइनों में लगना पड़ेगा, जो उनके लिए बेहद कष्टदायक है।