Guna Viral News | मध्य प्रदेश के गुना जिले के सोरामपुरा गांव के आर्मी जवान दिलीप सिंह ने Dowry System जैसी सामाजिक कुप्रथा के खिलाफ एक प्रेरणादायक कदम उठाया है। शादी के दौरान उन्हें फलदान में 1.5 लाख रुपये प्राप्त हुए, जिन्हें उन्होंने यह कहते हुए लौटा दिया कि दहेज लेना समाज की कमजोरी को उजागर करता है। उनके इस कदम ने समाज में एक सकारात्मक Message दिया, और शादी में शामिल सभी लोगों ने उनके इस निर्णय की सराहना की।
दहेज प्रथा पर दिया अहम संदेश
दिलीप सिंह की पोस्टिंग 2018 में श्रीनगर में हुई थी, और तब राजस्थान के कोटा में आयोजित Tikka-Faldan Ceremony के दौरान उन्हें 1.51 लाख रुपये उपहार स्वरूप मिले थे। उन्होंने पूरी राशि लौटा दी और कहा, “दहेज प्रथा समाज के लिए अभिशाप है। इसे समाप्त करना हमारी Responsibility है।” दिलीप सिंह के इस फैसले ने शादी समारोह में मौजूद मेहमानों और उनके परिवार को गहरे प्रभाव में डाला। इस पहल की सराहना करते हुए लोग इसे समाज में बदलाव का Symbol मानते हैं। उनके परिवार और रिश्तेदारों ने भी इस कदम को समर्थन दिया।
समाज को दिया सकारात्मक संदेश
दिलीप सिंह का कहना है, “मैंने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि दहेज प्रथा के खिलाफ लड़ाई व्यक्तिगत स्तर पर बदलाव की आवश्यकता है।” उनका यह कदम महिलाओं के सम्मान और समानता को बढ़ावा देने के लिए एक मजबूत दिशा में लिया गया है। यह न केवल दिलीप सिंह की Morality और साहस को दर्शाता है, बल्कि समाज में दहेज प्रथा को समाप्त करने का एक स्पष्ट Message भी देता है। इस कदम ने युवाओं को प्रेरित किया है कि वे भी समाज सुधार के लिए पहल करें और दहेज जैसी कुप्रथाओं को समाप्त करें। दिलीप सिंह का यह निर्णय साबित करता है कि व्यक्तिगत प्रयास समाज में बड़े बदलाव ला सकते हैं। उनके इस कदम ने दिखा दिया कि समाज की भलाई के लिए हर व्यक्ति का योगदान बेहद महत्वपूर्ण है।