Guna News: प्रशासन नहीं भर रहा Fees, 120 छात्र नहीं गए School संचालकों का आरोप

Guna News | जिले के आरोन क्षेत्र में RTE के अंतर्गत प्राइवेट Schools में पढ़ाई कर रहे छात्रों की Fees का भुगतान न होने के कारण एक School संचालक ने बच्चों को School आने से मना कर दिया है। यह बात School के Principal द्वारा जारी किए गए एक Letter से सामने आई है। Principal ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि शासन से Fees न मिलने के कारण उसने बच्चों को घर भेजने का निर्णय लिया। इस हफ्ते लगभग 102 ऐसे बच्चे School नहीं जा सके।

RTE की स्थिति

RTE के अंतर्गत प्राइवेट Schools में 25 प्रतिशत Admission वंचित वर्ग के छात्रों के लिए आरक्षित हैं, और इनकी Fees शासन द्वारा भरी जाती है। School संचालकों का कहना है कि पिछले तीन सत्रों की Fees प्रतिपूर्ति अब तक नहीं की गई है।

आरोन पब्लिक हाई स्कूल में स्थिति

आरोन पब्लिक हाई School में 102 छात्र RTE के तहत पढ़ाई कर रहे हैं। मंगलवार को School के Principal सचिन शर्मा ने Fees प्रतिपूर्ति न होने के कारण छात्रों को घर भेज दिया। उन्होंने एक लिखित Statement भी जारी किया है।

CEO द्वारा RTE फाइल रोके जाने का आरोप

बयान में कहा गया है कि ‘मैं सचिन शर्मा, Principal पब्लिक हाई School आरोन, यह बताता हूं कि 1/1/2024 को मैंने RTE के अंतर्गत पढ़ रहे बच्चों को School से घर भेज दिया है, क्योंकि सरकार ने सत्र 2022-23 के लिए RTE की Fees प्रतिपूर्ति नहीं की है। इससे संस्था आर्थिक संकट में है।’

शिक्षकों की स्थिति

उन्होंने यह भी बताया कि पिछले दो महीनों से Teachers का मानदेय नहीं मिला है। Banks से जो भी लिया गया है, उसका भी भुगतान नहीं किया जा रहा। वर्तमान में मेरी आर्थिक और मानसिक स्थिति बहुत खराब है। CEO जिला पंचायत द्वारा RTE की फाइल को बेवजह रोका गया है।

अन्य Schools की स्थिति

Principal सचिन शर्मा ने कहा कि मुख्य समस्या RTE के Payments में देरी से संबंधित है। यह मुद्दा पिछले तीन वर्षों से जारी है। प्रदेश के लगभग 30 जिलों में Payments हो चुका है, लेकिन गुना जिला एकमात्र ऐसा जिला है, जिसकी फाइल रोकी गई है। CEO तीन महीनों से लगातार जांच करवा रहे हैं।

कुंभराज में अल्टीमेटम

कुंभराज क्षेत्र में भी इस समस्या को लेकर प्राइवेट School संचालक विरोध में आए हैं। उन्होंने प्रशासन को Fees प्रतिपूर्ति का अल्टीमेटम दिया है और शुक्रवार को SDM को आवेदन देकर अपना मामला उठाया है।

School संचालन में परेशानी

School संचालकों ने बताया कि समय-समय पर शासन के सभी Rules का पालन करते हुए विद्यालयों का संचालन करते हैं। लेकिन जब छात्रों की Fees प्रतिपूर्ति की बात आती है, तो प्रशासन नए नियम और कायदे बनाकर संचालकों को प्रताड़ित करता है। तीन साल तक Fees न मिलने से School प्रबंधन आर्थिक रूप से कमजोर हो जाता है, जिससे संचालन में बहुत परेशानी आती है।

सभी संचालकों की अपील

ज्ञापन में सभी संचालकों का शासन से निवेदन है कि जब आप छात्रों का School में प्रवेश कराएं, तो केवल उन्हीं विद्यालयों में दाखिला दें, जिनकी Fees प्रतिपूर्ति आप समय पर कर सकें।

गुना जिले में प्राइवेट Schools की स्थिति

गुना जिले में लगभग 600 प्राइवेट Schools हैं, जहां RTE के तहत लगभग 13 हजार छात्र पढ़ते हैं। प्रत्येक सत्र में एक छात्र के लिए 5500 रुपए की Fees शासन द्वारा प्रतिपूर्ति की जाती है। प्राइवेट School संचालकों का कहना है कि सत्र 2022-23 का भुगतान अब तक नहीं हुआ है।

जिला पंचायत CEO का बयान

जिला पंचायत CEO प्रथम कौशिक ने बताया कि निजी School संचालकों के साथ एक बैठक हुई है। Schools की मान्यता नवीनीकरण का भी काम होना है। इसलिए संचालकों को निर्देशित किया गया है कि वे सभी Rules पूरे कर लें। कुछ Schools के साथ RTE की Fees प्रतिपूर्ति पर भी चर्चा हुई है।

RTE छात्रों को पढ़ाने का नियम

सभी Schools को यह स्पष्ट किया गया है कि RTE की जो Fees प्रतिपूर्ति है, वो RTE के Rules को पूरा करने के बाद ही की जा सकती है। School संचालकों को नॉर्म्स के बारे में भी बताया गया है। कोई भी School RTE के छात्रों को पढ़ाने से मना नहीं कर सकता, वे नियमों से बंधे हैं।

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