Indore News: जहां आर्मी-अफसर की गर्लफ्रेंड का गैंगरेप, वहां 22 वारदातें हुईं

Indore News | महू के जामगेट पर 10 सितंबर को आर्मी के ट्रेनी अफसर की Female Friend से गैंग रेप की वारदात हुई। इस वारदात को Anil Baror गैंग ने अंजाम दिया। पुलिस का कहना है कि इस वारदात का Pattern ठीक वैसा ही है जैसा कभी ईश्वर भील गैंग का हुआ करता था।

दरअसल, सात साल पहले तक महू के जामगेट, मेंहदी कुंड, कजलीगढ़, चोरल, पातालपानी और बामनिया कुंड पर ईश्वर भील गिरोह का आतंक था। गिरोह ने इस इलाके में 20 से अधिक रेप, गैंगरेप और Loot की वारदात की थी। ईश्वर भील पर एमपी और गोवा पुलिस ने डेढ़ लाख रुपए का इनाम घोषित किया है। पुलिस आज तक उसे क्यों पकड़ नहीं सकी? पढ़िए गैंग की पूरी कहानी…

2017 में गैंगरेप और डबल मर्डर गैंग की आखिरी वारदात

7 साल पहले 6 नवंबर 2017 को कोदरिया गांव की रहने वाली युवती और धार नाका का रहने वाला हिमांशु सेन मेंहदी कुंड घूमने गए थे। कुछ ही देर बाद ईश्वर भील अपने साथियों के साथ यहां पहुंचा। ईश्वर और उसके साथी Couple को धमका कर नाकोड़ी कुंड के पास सुनसान जगह ले गए।

यहां उन्होंने पहले दोनों को Loot किया और फिर युवती के साथ गैंगरेप किया। इसके बाद कपल को खाई में धकेलकर पत्थरों से सिर कुचलकर उनकी Murder कर दी। दोनों की गुमशुदगी उनके घरवालों ने बड़गोंदा थाने में दर्ज कराई थी। पर पुलिस ने जांच ही आगे नहीं बढ़ाई। पुलिस दोनों के साथ भागने की Theory पर अड़ी रही।

छह महीने बाद मेंहदी कुंड की खाई से हिमांशु और उसकी दोस्त का Skeleton बरामद हुआ था। अब जानिए कैसे हुआ था डबल मर्डर का खुलासा

हिमांशु और उसकी दोस्त के मर्डर का खुलासा

हिमांशु और उसकी दोस्त के Murder का खुलासा 2018 में महू उप जेल में बंद दो कैदियों के विवाद से हुआ। पुलिस ने चोरी के मामले में सतपाल उर्फ सतीश भील नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जेल में उसका पुराना साथी बलराम मकवाना भी सजा काट रहा था।

एक दिन दोनों में किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। वे एक-दूसरे की पोल खोलने लगे। इसी दौरान सतपाल ने कहा कि बलराम और उसके गिरोह ने हिमांशु और उसकी महिला दोस्त की Murder कर गहरी खाई में फेंक दिया था। जेल प्रशासन ने ये जानकारी बड़गोंदा थाना पुलिस को दी।

पुलिस ने जेल जाकर बलराम और सतपाल से पूछताछ की। इसके बाद मेंहदी कुंड के पास खाई से दोनों का Skeleton बरामद किया। मौके से उनके कपड़े भी पुलिस ने जब्त किए थे। डीएनए जांच में भी हिमांशु और उसकी महिला दोस्त का Skeleton होने की पुष्टि हुई। पुलिस गैंग के सरगना ईश्वर भील तक पहुंची, लेकिन वह गोवा फरार हो चुका था।

गोवा में कपल को लूटने और गैंगरेप के आरोप में पकड़ा गया

ईश्वर भील इस क्षेत्र में साल 2012 से Loot समेत बाकी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने लगा था। वह मेंहदी कुंड, पातालपानी, बामनिया कुंड और नखेरी डैम में वारदात के फौरन बाद फरारी काटने गोवा भाग जाता था। जब मामला शांत होता, तब लौट आता था।

ईश्वर ने गोवा की स्थानीय Language भी सीख ली थी, जिससे उस पर किसी को शक नहीं होता था। जैसे ही हिमांशु और उसकी महिला मित्र की लाश पुलिस को मिली। ईश्वर गोवा फरार हो गया था।

गोवा पुलिस की कस्टडी से 6 साल पहले फरार हुआ

गोवा में ईश्वर भील की गिरफ्तारी की सूचना मिलने के बाद इंदौर पुलिस भी उससे पूछताछ करने गई थी। तत्कालीन महू एएसपी नागेंद्र सिंह के मुताबिक, ईश्वर भील ने महू क्षेत्र में 20 से 22 वारदातों का खुलासा किया था। उसने तीन-चार लोगों के साथ लूट और पत्थरों से कुचलकर उनकी Murder करने की बात भी स्वीकार की थी।

ईश्वर ने महू इलाके में शराब तस्करी का एकछत्र राज कायम करने के लिए विरोधी शराब तस्करों को भी ठिकाने लगाया था। 13 जून 2018 को महू पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेकर इंदौर आने वाली थी, लेकिन इससे पहले ही वह गोवा पुलिस की कस्टडी से फरार हो गया।

जामगेट गैंग रेप के बाद हो रही ईश्वर भील और अनिल गैंग की तुलना

ईश्वर भील गैंग और जामगेट गैंगरेप की वारदात को अंजाम देने वाले Anil Baror गैंग के काम करने का एक ही Pattern सामने आया है। ईश्वर भील जिस तरीके से वारदात को अंजाम देता था, वही तरीका अनिल बारोर की गैंग ने भी अपनाया।

गैंग के दोनों सरगना महू के आसपास के गांवों में शराब सप्लाई का काम करते थे। ईश्वर भील की ही तरह अनिल ने दोस्त रितेश के साथ मिलकर अपना गिरोह बना लिया था। इन लोगों ने भी मानपुर और बड़गोंदा थाना क्षेत्र के Tourist Spot पर आने वाले लोगों को अपना शिकार बनाना शुरू किया था।

महू क्षेत्र में कई पर्यटन स्थल, पर सुरक्षा के इंतजाम नहीं

जामगेट के पास आर्मी का Restricted Area है। ये फायरिंग रेंज में आता है। जाम गेट के इस View Point का नजारा देखने लोग इंदौर, महू, देवास, खंडवा, खरगोन आदि शहरों से आते रहते हैं। वीकेंड पर यहां काफी लोग आते हैं। जामगेट का पूरा क्षेत्र बड़गोंदा थाना इलाके में पड़ता है। यहां से थाने की दूरी लगभग 26 किमी है।

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