Delhi News: Blackboard – बच्ची का Rape कर गोली मारी, कुएं में फेंका Father ने कहा Mother की Parvarish खराब Rape Victim की 3 कहानियां

Delhi News | मेरी बड़ी बेटी का Rape हुआ था। इस घटना के बाद वह Shariirik, Mansik और Dil से कमजोर हो गई। इस Tragedy ने हमारे पूरे परिवार को Mental रूप से असहाय बना दिया।

एक भी दिन ऐसा नहीं गुजरता जब हमें समाज के ताने नहीं सुनने पड़ते। मेरे दूसरे बच्चों को भी गलत नजर से देखा जाता है। हर कोई उन्हें Noach-Noach कर खाना चाहता है। इतना तो पक्का है कि इस Life में अब चैन नहीं मिलेगा। कोई भी हमें Respect से नहीं देखेगा। मन करता है कि बच्चों के साथ Suicide कर लूं।

इतना कहते ही 39 साल की Kamla Devi की आंखें लाल हो जाती हैं। आंखों से आंसू बहते जा रहे हैं और वह Gidgidakar मुझसे कहती हैं, ‘Madam, आपको इस दर्द से निकलने का कोई तरीका पता हो तो बताकर जाना।’

ये Kamla हैं, इनकी बेटी का Gangrape 2015 में हुआ था। Rape के बाद उसे गोली मार दी गई थी। एक गोली अब भी उसकी Body में है। सरकार ने डेढ़ लाख रुपए दिए थे। इतने में इलाज भी Proper से नहीं हो पाया। आज भी वह दर्द से कराहती है।

मैं बेबस खड़ी उन्हें सुन रही हूं। भारी गले से Kamla जैसे-जैसे Story बताती गईं, वैसे-वैसे उनके जीवन का चित्र मेरे सामने Canvas पर उभरता जा रहा है। Social दृष्टिकोण से देखें तो एक Mother को इस Case में तिरस्कार का सामना करना पड़ रहा है। वह समाज के उस कटघरे में खड़ी है, जहां लोग उनकी बेटी के साथ हुए अपराध की वजह उनकी Parvarish को मानते हैं।

Kamla से मिलने के लिए मुझे बहुत मेहनत करनी पड़ी। उनका दर्द इतना गहरा है कि वह बार-बार उसे Words में बयां करना नहीं चाहतीं। मिलने से पहले मैंने कई बार Call किया।

पांचवीं बार Phone करने पर उन्होंने हामी भरी, इस शर्त पर कि वह मुलाकात अपने घर पर नहीं करेंगीं। वह नहीं चाहतीं कि बेटी के सामने फिर से वो सारी बातें दोहराई जाएं।

तय समय और जगह पर मैं Kamla से मिलने पहुंचती हूं। Kamla बताती हैं, ‘2015 में उनकी बेटी के साथ यह घटना घटी थी। उस दिन बड़ी बेटी दूध लेने पास की दुकान गई थी। पहले से ताक लगाए बैठे 5 लड़कों ने उसे Kidnap कर लिया। अनजान काली कोठरी में उसे 13 दिन तक रखा गया। पांचों रोजाना उसका Rape करते थे। जब मन भर गया तो उसे गोली मारकर कुएं में फेंक दिया।’

‘कुएं में फेंक दिया?’ ‘हां, Madam। कुएं में फेंक दिया था। वह इसकी किस्मत अच्छी थी कि एक नेक इंसान ने उसकी जान बचा ली, लेकिन उस दिन से हमारी जिंदगी Hell बन गई है।’

‘कब की बात है यह?’ ‘इस घटना को 9 साल बीत गए हैं, लेकिन इंसाफ अब तक नहीं मिला। कुछ लोगों की Arrest हुई, पर वह सब Bail पर बाहर आ गए। जब यह Case दर्ज हुआ था, तब हमें जान से मारने की Threats मिलती थीं, घर पर लोग धमकाने आते थे। अब कोई नहीं आता। Criminals को पता है कि अब केस कमजोर हो गया है।’

‘आज हम लोग मजदूरी करके पेट पालते हैं। किसी से कोई लेना-देना नहीं रखते, इसके बावजूद हर जगह से हमें ताने सुनने पड़ते हैं।’

बोलते-बोलते Kamla Devi फफक कर रोने लगती हैं।

Kamla की बेटी का Rape Case बस नाम मात्र का चल रहा है। जिंदगी मजबूरी और परेशानी में बीत रही है। घर-परिवार सबने साथ छोड़ दिया। कोई भी इनसे लेनदेन नहीं रखना चाहता है। Kamla की बेटी का Rape Case बस नाम मात्र का चल रहा है। जिंदगी मजबूरी और परेशानी में बीत रही है। घर-परिवार सबने साथ छोड़ दिया। कोई भी इनसे लेनदेन नहीं रखना चाहता है। Kamla तीन बच्चों की मां हैं। जिस बेटी के साथ हादसा हुआ उसकी Age 22 साल है। उसके बाद वाली बेटी की Age 18 है। सबसे छोटा बेटा अभी 15 साल का हुआ है। फिलहाल Family में Kamla के अलावा कोई और कमाने वाला नहीं है। दूसरों के घरों में काम कर, मजदूरी कर वह परिवार को पाल रही हैं।

‘Husband कहां हैं?’ यह पूछने पर कहती हैं, ‘वह तो बहुत पहले ही हम लोगों को छोड़कर चले गए थे। जब बड़ी बेटी लापता हुई, तब से ही उसने घर छोड़ दिया।’

‘मतलब?’ ‘मैं बेटी की गुमशुदगी की Report दर्ज कराने गई थी। घर आई तो Husband ने मुझसे कहा कि तेरी बेटी ही गलत है, तुमने उसे गलत तरह से पाला है, अब तुम ही भुगतो। इसके बाद से वह दूसरी औरत के साथ रह रहा है।’

‘आपकी बेटी अब कैसी है?’ मेरे हालचाल पूछने के जवाब में Kamla कहती हैं, ‘मेरी बेटी का Complexion गेहुआ है, वह बहुत सुंदर है। हमेशा घर में चहकती रहती थी, लेकिन अब सिर्फ उसकी सिसकी सुनाई देती है।

आपको पता है, वह मुझे कभी Tension नहीं लेने देती थी। कहती थी कि मैं पढ़-लिखकर Job करूंगी और इस गरीबी से आप सबको निकालूंगी। आज उसकी स्थिति मैं बयान नहीं कर सकती। उसकी बेबसी और बेचैनी देखकर लगता है कि काश Hospital में इलाज के दौरान ही वह मर जाती। ऐसे रोजाना तिल-तिलकर उसे मरना नहीं पड़ता। इससे मेरे दोनों छोटे बच्चों का भी Future खराब नहीं होता।’

Kamla की जिंदगी चिंता और तनाव ने निगल ली है। उनके हाथ में Rod डला है, शुगर और हार्ट की Patient हैं। सांस लेने में भी दिक्कत है। कहती हैं, ‘हादसे से पहले मैं अच्छी-भली थी। Tension की वजह से शरीर कमजोर हो गया है। पचास बीमारियां शिकार बना रही हैं। कोई काम भी नहीं कर पाती। जिस Room में रहती हूं, उसका Rent ही पांच हजार है। ऐसे में या तो वह Rent दे पाती हैं या घर खर्च निकाल पाती हैं। छोटे दोनों बच्चों की पढ़ाई भी आठवीं क्लास के बाद छूट गई है।’

कुछ ऐसी ही कहानी है 55 साल के Ramesh की। Delhi के Pandav Nagar में उनकी महज 4 साल की बच्ची के साथ 23 मार्च, 2024 को दुष्कर्म हुआ था। बच्ची जिस घर में Tuition पढ़ने जाती थी, उसी Teacher के Brother ने उसका Rape किया।

Pandav Nagar की तंग गलियों से होते हुए मैं उनसे मिलने पहुंचती हूं। वह बस 22 गज का मकान है। Ramesh सिक्योरिटी गार्ड का काम करते हैं। एक छोटे से Room में एक पलंग और दो कुर्सियां हैं। यह घर Ramesh की बहन ने उन्हें रहने को दिया है।

‘घटना वाले दिन आप कहां थे?’ Ramesh कहते हैं, ‘Duty पर था। Wife का फोन आया। कहने लगी कि बेटी को Toilet वाली जगह से Blood आ रहा है और उसके पेट में भी दर्द हो रहा है। मैं फौरन घर गया और बच्ची को Doctor के पास ले गया। बच्ची परेशान थी, लेकिन हम लोगों के बार-बार पूछने पर भी उसने कुछ नहीं बताया।’

‘हम बेटी को लेकर Delhi के लालबहादुर शास्त्री Hospital पहुंचे। Doctor ने पूछा तो उसने बताया कि Madam के Brother ने उसके साथ गंदी हरकत की है। Doctor ने हमें बताने के साथ ही तुरंत संबंधित थाने में भी सूचना दे दी।’

‘11 दिनों तक बेटी का इलाज चलता रहा। बातें फैल गईं। हमारे इलाके में प्रदर्शन हुए, हंगामा भी हुआ। इन सबसे क्या होगा? बच्ची की जिंदगी तो खराब हो गई।’

आज Ramesh के पूरे Family की जिंदगी ही बदल गई है। कहते हैं, ‘5 महीनों से मैं Jobless हूं। कोई मुझे नौकरी पर नहीं रखना चाहता है। Company वाले कहते हैं कि Police से लिखवाकर लाओ कि तुम Safe हो।’

Ramesh के भाइयों ने उनके परिवार के साथ रिश्ते तोड़ लिए हैं। कोई भी मिलने नहीं आता, न तो फोन करता है। बाहर के कुछ लोगों की Help से घर चल रहा है। Ramesh के भाइयों ने उनके परिवार के साथ रिश्ते तोड़ लिए हैं। कोई भी मिलने नहीं आता, न तो फोन करता है। बाहर के कुछ लोगों की Help से घर चल रहा है।

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