Bhopal News: मध्य प्रदेश में ठंड बढ़ने का अनुमान पचमढ़ी का तापमान 26 डिग्री तक पहुंचा, भोपाल सहित कई जिलों में Sunlight

Bhopal News | मध्य प्रदेश से मानसून विदा हो चुका है, लेकिन 3 Systems की सक्रियता के चलते अगले कुछ दिनों में बूंदाबांदी और बादल छाने की संभावना बनी रहेगी। 20 अक्टूबर से Cold का प्रभाव बढ़ने की संभावना है, जबकि तेज Cold नवंबर की शुरुआत में महसूस होगी। हालांकि, आज सुबह भोपाल समेत कई जिलों में Sunlight निकल चुकी है।

बारिश के प्रभाव

बुधवार को बैतूल, छिंदवाड़ा और बुरहानपुर में भी Rainfall हुई। मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक तीव्र Pressure Area (डिप्रेशन) सक्रिय है। साथ ही, दो Cyclonic Circulation Systems भी काम कर रहे हैं। इस कारण प्रदेश में बूंदाबांदी हो सकती है और बादल छाए रहेंगे।

बाढ़ से फसलों को नुकसान

बैतूल के शाहपुर में बुधवार को आधे घंटे तक मूसलधार Rain हुई, जिससे मंडी में उपज बेचने आए Farmers का कई क्विंटल अनाज पानी में बह गया। कई Farmers की उपज भीगी। वहीं, छिंदवाड़ा के दमुआ में अचानक नदी के पानी का स्तर बढ़ने से दो Young Women फंस गईं।

जिले में बाढ़ की स्थिति

बुरहानपुर जिले के शाहपुर क्षेत्र के मोहद गांव के निकट बुधवार को हुई तेज Rain से धोरक नाले में Flood आ गई। इस दौरान 15-20 Workers नाले के दूसरी ओर फंस गए, जिन्हें गांव के युवाओं ने Rope के सहारे सुरक्षित बाहर निकाला।

अगले 24 घंटे का मौसम

मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के कई जिलों में मौसम खुला रहेगा। गुरुवार को तेज Sunlight की उम्मीद है। भोपाल में आसमान साफ रहेगा और इंदौर, जबलपुर, उज्जैन, ग्वालियर में भी ऐसा ही मौसम रहेगा।

तापमान में गिरावट

मानसून के विदाई के साथ प्रदेश के शहरों में Day और Night के तापमान में गिरावट आई है। कई शहरों में रात का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम हो गया है, जैसे पचमढ़ी, ग्वालियर, राजगढ़ और नौगांव। वहीं, मलाजखंड, सिवनी और शिवपुरी में Temperature 30 डिग्री के आसपास है। बुधवार को पचमढ़ी में दिन का तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मानसून का प्रभाव और बारिश का रिकॉर्ड

इस बार मानसून Season में प्रदेश के आधे से ज्यादा जिलों में सामान्य से कम Rainfall हुई, लेकिन लोगों को मानसून से कोई बड़ी शिकायत नहीं है। 44 जिलों में कोटे से ज्यादा Rain दर्ज की गई है। इसका नतीजा यह हुआ कि Soybean का उत्पादन प्रति हेक्टेयर 2 क्विंटल तक बढ़ सकता है, जबकि Wheat और Chana के Farmers भी खुश हैं। बुंदेलखंड के मैदान से लेकर मालवा के पठार तक 282 में से 200 से ज्यादा Dams लगभग 100 फीसदी भर चुके हैं।

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