Gwalior News l गजराराजा मेडिकल College और जिला अस्पताल मुरार में 98 संदिग्ध मरीजों के सैंपल की जांच की गई। इनमें से 11 डेंगू Positive पाए गए हैं, जिनमें आठ बच्चे शामिल हैं। डेंगू से प्रभावित बच्चे दो साल के से लेकर 14 साल तक के हैं। ये मरीज मुरार और लश्कर क्षेत्रों के निवासी हैं। मुरार डेंगू के लिए संवेदनशील क्षेत्र बना हुआ है, और इसके बाद लश्कर क्षेत्र संवेदनशीलता में आता है। तीसरे स्थान पर उपनगर ग्वालियर है।
गली मोहल्ला से लेकर पाश एरिया में फैला डेंगू
शहर में डेंगू लार्वा के नियंत्रण की जिम्मेदारी विभाग ठीक से नहीं निभा पा रहा है। इस स्थिति में गली मोहल्ला से लेकर पाश एरिया तक डेंगू फैल चुका है। ग्रामीण क्षेत्रों में लार्वा सर्वे केवल कागजी खानापूर्ति तक सीमित है, यही कारण है कि डेंगू मरीज अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी मिल रहे हैं। डेंगू का मच्छर आबादी के बीच रहता है और घर के अंदर लार्वा पनपने की संभावना अधिक रहती है। इसीलिए घर की सफाई से डेंगू को रोका जा सकता है। वर्तमान में डेंगू लार्वा टीम ठीक से जांच भी नहीं कर पा रही है।
टीमें लगातार लार्वा सर्वे कर रही हैं। मुरार और लश्कर क्षेत्रों पर अधिक ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। नगर निगम द्वारा लार्वा को लेकर 11 लोगों के खिलाफ चालानी कार्रवाई की गई है। डेंगू Positive मरीजों के घरों पर टीमों को तत्काल पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं।
- Dr. Sachin Shrivastava, CMHO
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बंद मिला, चार को Notice
सुबह 10:30 बजे टीकाकरण अधिकारी Dr. R.K. Gupta और जिला मीडिया अधिकारी I.P. Nivariya द्वारा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गिरगांव का निरीक्षण किया गया, तो व्यवस्थाओं की पोल खुल गई। निरीक्षण के दौरान अस्पताल बंद मिला। इसकी रिपोर्ट मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी Dr. Sachin Shrivastava को दी गई। Dr. Rohit Agarwal को अनुपस्थित और लापरवाह पाए जाने पर तीन कर्मचारियों के साथ नोटिस जारी किया गया।