Guna News | नवंबर 2023 में शहर की बोहरा मस्जिद के सामने कपड़ा दुकान में आग लगाने के आरोप में Court ने सजा सुनाई है। आरोपी ने इस दुकान में आग लगा दी थी, जिससे करोड़ों का नुकसान हुआ। यह घटना एक मामूली Altercation के चलते हुई थी। CCTV Footage के आधार पर आरोपी की गिरफ्तारी की गई थी। Principal District और Session Judge वीरेंद्र सिंह राजपूत ने आरोपी को सात वर्ष की सजा सुनाई। Trial मात्र सात महीनों में पूरा हुआ।
चौधरन कॉलोनी निवासी सुदीप जैन की बोहरा मस्जिद के सामने कपड़े का Warehouse है, जो लकी एंटरप्राइजेस के नाम से जाना जाता है। इस तीन मंजिला Warehouse में Sari और अन्य कपड़ों का भंडार था। 15-16 नवंबर 2023 की रात करीब 2 बजे Warehouse में आग लग गई, और धीरे-धीरे यह तीनों मंजिलों को चपेट में ले लिया। सूचना मिलने पर Fire Brigade मौके पर पहुंच गई, और आग 48 घंटे तक धधकती रही। शुरू में Short Circuit या Fireworks के कारण आग लगने की आशंका थी, लेकिन आगजनी में करोड़ों का नुकसान हुआ।
जांच में यह सामने आया कि आग स्वाभाविक नहीं थी, बल्कि जानबूझकर लगाई गई थी। Video Footage के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी को हिरासत में लिया। CCTV Footage में आग लगाने वाले शख्स की पहचान परिवर्तन सिंह उर्फ परी पुत्र घनश्याम सिंह पवार, उम्र 30 वर्ष, निवासी बताशा गली गुना के रूप में हुई। आरोपी को हिरासत में लेकर पुलिस ने उसे Court में पेश किया। आरोपी का पिता Forest Department में कार्यरत है और वह बोहरा मस्जिद चौक की झांकी समिति का सदस्य भी है।
CCTV Footage से यह भी पता चला कि आरोपी वारदात से पहले Gurudwara के सामने से और Shastri Park होते हुए इलाके में स्कूटर से आना-जाना करता रहा। आग के बाद भी कुछ लोग सड़क से स्कूटर पर बिना रुके निकलते देखे गए, जिससे यह संकेत मिला कि वारदात की योजना पूर्व में ही बनाई गई थी और इसमें कुछ अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं।
पुलिस ने CCTV Footage के आधार पर आरोपी की गिरफ्तारी की और उसे Court में पेश किया, जहां उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस ने Charge Sheet न्यायालय में पेश किया, और आठ महीने में मामले की सुनवाई पूरी कर फैसला सुनाया। Court ने आरोपी परिवर्तन उर्फ परी को सात वर्ष की सजा के साथ 20 हजार रुपये का Fine भी लगाया।
TI ने बचाई जान
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग के बीच TI अनूप भार्गव ने Risk उठाकर आग से प्रभावित एक मकान में रखे दो LPG Cylinders खुद निकालकर बाहर लाए। यदि Cylinders आग की गर्मी से फट जाते, तो Residential Area में बड़ी जनहानि हो सकती थी। TI अनूप भार्गव ने बहादुरी का परिचय देते हुए दोनों Cylinders बाहर निकाले और पूरी रात मौके पर रहकर आग बुझाने की कार्रवाई की Monitoring की।