Bhopal News | भोपाल में शुक्रवार रात को Car की टक्कर से युवक की मौत के बाद एक Private हॉस्पिटल में तोड़फोड़ और स्टाफ के साथ मारपीट हुई। नाराज भीड़ ने पत्थरबाजी भी की। इस दौरान हॉस्पिटल डायरेक्टर के बेटे ने Air Gun से फायरिंग की। पुलिस ने Car चला रहे Minor के खिलाफ Case दर्ज किया है और हॉस्पिटल में तोड़फोड़ को लेकर भी FIR की गई है।
पुलिस का कहना: यह हिट एंड रन का मामला नहीं है
पुलिस का कहना है कि इसे हिट एंड रन का मामला मानते हुए जांच की जा रही है। हालांकि, हादसे के बाद नाबालिग और उसके साथी गाड़ी लेकर फरार नहीं हुए। हिट एंड रन का केस तब होता जब आरोपी गाड़ी लेकर भाग जाता।
हादसे की जानकारी
शुक्रवार रात 8:30 बजे गोविंदपुरा क्षेत्र के शांति निकेतन के सामने चौराहे पर यह हादसा हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कार की स्पीड इतनी तेज थी कि युवक को लगभग 10 मीटर तक घसीटते हुए ले गई। घायल को तुरंत पास के City हॉस्पिटल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद युवक के परिजन और उनके साथ मौजूद लोग उग्र हो गए।
बेकाबू भीड़ ने अस्पताल में तोड़फोड़ की
पुलिस के मुताबिक, सड़क हादसे में राकेश की मौत की सूचना मिलते ही उसके परिजन और उनके साथ मौजूद भीड़ उत्तेजित हो गई। परिजनों ने अस्पताल के डायरेक्टर पर इलाज शुरू करने से पहले पैसे जमा करने का आरोप लगाया। स्टाफ के विरोध पर, बेकाबू भीड़ ने अस्पताल में तोड़फोड़ शुरू कर दी।
सिक्योरिटी गार्ड से मारपीट का सीसीटीवी वीडियो
जब सिक्योरिटी गार्ड ने भीड़ को गेट के बाहर किया, तो लोगों ने अस्पताल पर बाहर से पत्थर फेंकने शुरू कर दिए।
डॉक्टर और स्टाफ ने अस्पताल छोड़ा
अस्पताल में हो रही तोड़फोड़ और पत्थरबाजी के बीच, अस्पताल के डायरेक्टर और स्टाफ ने खुद को सुरक्षित करने के लिए अस्पताल के पास स्थित अपने घर में शरण ली। डॉक्टर के न होने की सूचना मिलते ही भीड़ ने डायरेक्टर के First Floor स्थित घर पर पथराव करना शुरू कर दिया।
डायरेक्टर के बेटे ने की हवाई फायरिंग
घर में घुसी बेकाबू भीड़ से खुद को और परिवार को सुरक्षित करने के लिए डायरेक्टर के बेटे डॉ. उज्ज्वल गुप्ता ने पिस्टल से फायरिंग की। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, डॉ. उज्ज्वल ने लगभग 6 राउंड फायरिंग की। इससे भीड़ भाग खड़ी हुई। गोविंदपुरा पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर उपद्रवियों को खदेड़ा।
पिस्टल की जगह टिकली गन से की फायरिंग
डॉ. उज्ज्वल गुप्ता ने बताया कि घर में घुसी भीड़ को भगाने के लिए उन्होंने टिकली गन (Toy Gun) से फायरिंग की थी। पिस्टल का इस्तेमाल नहीं किया। यह सब उस समय किया जब भीड़ घर में घुसकर उन पर और उनके परिवार के सदस्यों पर हमला कर रही थी।
लोगों ने कहा: इमरजेंसी में इलाज नहीं मिलता
लोगों का कहना है कि अस्पताल में इमरजेंसी की स्थिति में इलाज नहीं मिलता। इससे पहले भी ऐसा ही किया जा चुका है। लोगों ने समय पर इलाज न मिलने के कारण सड़क हादसे में घायल युवक की मौत होने की बात कही।
डॉक्टर ने पार्षद पर आरोप लगाया
अस्पताल के ऑनर डॉ. उज्ज्वल गुप्ता ने बताया कि शाम को इलाके के पार्षद राकेश और मीना मेडिकल स्टोर के मालिक ने एक एक्सीडेंट केस में किसी व्यक्ति को लेकर आए। हमने उन्हें बताया कि युवक की डेथ हो गई। इसके बाद उन्होंने बदतमीजी की और चले गए।
घटना के बाद पुलिस ने मामला शांत कराया
सूचना मिलने पर भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और समझाकर मामला शांत किया।
डॉक्टर का आरोप: मुझे और मेरी मां को भी पीटा
डॉक्टर ने आरोप लगाया कि उनके घर में घुसकर भीड़ ने उनके घर में मारा। घर में मौजूद लोगों ने दरवाजा अंदर से बंद किया। भीड़ ने उनके डॉग्स को भी मारा और उनके परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट की। उन्होंने लोगों को डराने के लिए टिकली वाली गन निकालकर उन्हें भगाया।
नाबालिग के खिलाफ हिट एंड रन का केस दर्ज
गोविंदपुरा थाना प्रभारी अवधेश सिंह तोमर ने बताया कि अन्ना नगर निवासी 20 वर्षीय राकेश की बाइक को टक्कर मारने वाली Car को एक नाबालिग चला रहा था। उसके खिलाफ हिट एंड रन का केस दर्ज किया गया है। वह साकेत नगर का रहने वाला है और 11वीं क्लास का छात्र है। घटना के बाद उसका Blood Sample लिया गया है ताकि हादसे के वक्त युवक के नशे में होने की पुष्टि की जा सके।
50 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज
गोविंदपुरा थाना प्रभारी अवधेश सिंह तोमर के मुताबिक, सिटी हॉस्पिटल के स्टाफ और डायरेक्टर पर हुए हमले के मामले में 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। हमलावरों की पहचान अस्पताल के CCTV फुटेज के आधार पर की जाएगी।
टॉय गन के डमी कारतूस जब्त
गोविंदपुरा पुलिस ने बताया कि शुक्रवार देर रात घटना के बाद टॉय गन के डमी कारतूस के 2 खाली खोखे बरामद किए गए हैं। इनकी फोरेंसिक जांच की जाएगी ताकि पता चल सके कि फायरिंग में इस्तेमाल हुए कारतूस पहले से वहां फेंके गए थे या घटना के बाद फेंके गए हैं।