India News | Christmas का त्यौहार देश-दुनिया में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। भारत में भी अब इस दिन का खास उत्साह देखने को मिलता है। यह त्योहार ईसाई धर्म का एक प्रमुख पर्व है। इस दिन लोग एक-दूसरे को गिफ्ट्स देते हैं। हॉलीवुड फिल्मों में अक्सर यह दिखाया जाता है कि सांता क्लॉज रात में चुपके से गिफ्ट्स लेकर आते हैं। इसके पहले सभी लोग अपने घरों में मोजे टांगकर सोते हैं। अब हम आपको बताएंगे कि गिफ्ट्स मोजे में क्यों रखे जाते हैं और इसके पीछे की कहानी क्या है।
लाल मोजों से जुड़ी है यह दिलचस्प कहानी
पुरानी मान्यताओं के अनुसार, गिफ्ट देने की परंपरा चौथी शताब्दी में शुरू हुई थी, जब सांता क्लॉज ने बच्चों को गिफ्ट देना शुरू किया था। उस समय आधुनिक तुर्की के एक प्राचीन शहर मायरा में एक अमीर व्यक्ति सेंट निकोलस रहते थे। निकोलस बहुत ही दयालु और मददगार व्यक्ति थे। वह हमेशा गुपचुप तरीके से लोगों की मदद करते थे और उनके आत्मविश्वास का ख्याल रखते थे।
निकोलस ने कई बार एक गरीब आदमी की मदद की थी। एक दिन वह गरीब व्यक्ति निकोलस को मदद करते हुए देखता है। इसके बाद निकोलस ने उससे इस बात को छुपाने का अनुरोध किया। हालांकि, बाद में यह बात सबको पता चल गई और धीरे-धीरे पूरे गांव में लोग निकोलस की मदद और दयालुता के बारे में जानने लगे। इस घटना के बाद से, लोग सांता क्लॉज की याद में गिफ्ट्स चिमनी के पास लाल मोजों में रखकर देने लगे।
क्रिसमस पर गिफ्ट देने की परंपरा
इसके बाद से गिफ्ट मोजों में देने का यह रिवाज पूरी दुनिया में फैल गया। आज भी विदेशों में लोग क्रिसमस के दिन चिमनी के पास मोजे लटकाकर सांता से गिफ्ट पाने की उम्मीद करते हैं। बच्चों में इस परंपरा को लेकर काफी उत्साह देखने को मिलता है। वे सुबह उठते ही अपने गिफ्ट्स को देखकर खुशी से झूम उठते हैं।