Bhopal News | मध्यप्रदेश में मौसम का नया सिस्टम 31 अगस्त से Active हो रहा है। यह System अगले दो दिन राज्य के पूर्वी हिस्से, जैसे कि जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग में तेज बारिश का कारण बनेगा। शुक्रवार सुबह भोपाल और इटारसी में हल्की रिमझिम बारिश हुई थी।
मौसम विभाग के अनुसार, आज मालवा-निमाड़ क्षेत्र यानी इंदौर-उज्जैन संभाग में Sunny मौसम रहेगा। वहीं, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर संभाग में हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति देखी जाएगी।
सीनियर मौसम वैज्ञानिक प्रकाश दावले ने बताया, “एक मानसून ट्रफ प्रदेश के शिवपुरी और सीधी से होकर बंगाल की खाड़ी में बने Low Pressure Area में मिल रहा है। एक-दो दिन में इसका असर आगे बढ़ेगा। इसके कारण प्रदेश के पूर्वी हिस्से में तेज बारिश हो सकती है।”
तस्वीरों में देखें गुरुवार की बारिश और इसके प्रभाव
गुरुवार की देर शाम भोपाल का मौसम बदल गया और रात को तेज बारिश हुई। उज्जैन में पेड़ Cars पर गिर गया, जिससे मौके पर खड़े लोगों को जान बचाने के लिए भागना पड़ा। शहडोल के करचुल में Stop Dam की मिट्टी कटने से पानी बाहर आ रहा है।
जुलाई-अगस्त के बाद सितंबर में भी अच्छी बारिश की उम्मीद
मध्यप्रदेश में अब तक 33.6 इंच बारिश हो चुकी है, जो सीजन की 90% है। 3.7 इंच और बारिश होने पर प्रदेश में सामान्य बारिश का आंकड़ा भी पार हो जाएगा। मंडला और सिवनी में 45-46 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि रीवा में सबसे कम 22.3 इंच बारिश हुई है। सितंबर में भी अच्छी बारिश की संभावना है।
सितंबर में बांधों के गेट खुलेंगे
मौसम विभाग के अनुसार, सितंबर की शुरुआत तेज बारिश के साथ होगी। प्रदेश के बड़े डैम 90 प्रतिशत से ज्यादा भर चुके हैं। भोपाल के तीनों डैम- कलियासोत, केरवा और भदभदा के गेट खुल चुके हैं, जबकि भोपाल के पास कोलार डैम के 8 में से 4 गेट खोले जा चुके हैं।
मंडला में 46 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका
इस साल पूरे जबलपुर संभाग में तेज बारिश हो रही है। मंडला जिला सबसे आगे है। यहां 46 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। सिवनी में 45 इंच बारिश हो चुकी है।
सबसे ज्यादा बारिश के मामले में प्रदेश के Top-10 जिलों में सीधी, श्योपुर, छिंदवाड़ा, डिंडौरी, रायसेन, भोपाल, नर्मदापुरम और सागर जिले भी शामिल हैं।