Bhopal News | मध्यप्रदेश में विदाई से पहले मानसून फिर बरसने लगा है। सितंबर में चौथी बार एक स्ट्रॉन्ग सिस्टम Active हो गया है, जिसके कारण अगले 3 दिनों तक तेज बारिश का दौर बना रहेगा। अगले 24 घंटे में इंदौर-धार सहित 8 जिलों में तेज बारिश का Alert जारी किया गया है।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, झाबुआ, धार, बड़वानी, इंदौर, खरगोन, बैतूल, पांढुर्णा, बालाघाट में तेज बारिश की संभावना है। वहीं, ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, भिंड, दतिया, शिवपुरी, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, गुना, नीमच और मंदसौर में तेज Sunshine बनी रहेगी। अन्य जिलों जैसे भोपाल, उज्जैन, जबलपुर में हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति रहेगी।
बारिश का कारण
मौसम वैज्ञानिक वीएस यादव ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में एक Low Pressure Area (निम्न दाब क्षेत्र) Active हो गया है। इसके अलावा, दो-तीन और Systems भी सक्रिय हो रहे हैं, जिससे प्रदेश के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों में बारिश का दौर चलेगा। मंगलवार से बारिश की Activity तेज हो जाएगी और अगले 3 दिन तक ऐसा ही मौसम रहेगा। भोपाल में मौसम साफ रहेगा, लेकिन दोपहर के बाद गरज-चमक और हल्की बारिश हो सकती है।
खंडवा में सबसे ज्यादा बारिश
सोमवार से मध्यप्रदेश में तेज बारिश का दौर फिर शुरू हो गया है। खंडवा में 46 मिमी यानी करीब दो Inches बारिश हुई है। देवास और उज्जैन में शाम को तेज बारिश हुई। छिंदवाड़ा, बैतूल और धार में भी बारिश का दौर जारी रहा। दूसरी ओर, पूर्वी हिस्से में गर्मी का असर देखने को मिला।
तापमान की स्थिति
छतरपुर जिले के खजुराहो में दिन का Temperature 36.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इसी तरह, टीकमगढ़ में 35.5 डिग्री, सतना में 35.1 डिग्री, गुना में 35.8 डिग्री और ग्वालियर में 35.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
सीहोर में आकाशीय बिजली से त्रासदी
सीहोर जिले के भोपाल-इंदौर हाईवे पर कोठरी गांव में आकाशीय बिजली गिरने से 3 लोगों की मौत हो गई और 5 लोग घायल हो गए। घायलों को Civil Hospital, आष्टा में भर्ती कराया गया है, जहां से दो की हालत गंभीर होने के कारण भोपाल रेफर किया गया है। मृतकों में लक्ष्मी नारायण वर्मा, उनकी पत्नी और बेटी शामिल हैं।
धार में बारिश और नालों की स्थिति
धार जिले के कुक्षी-बाग में सोमवार को मौसम ने अचानक मिजाज बदला और तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गई। इससे सड़कों पर पानी भर गया और छोटे नाले उफान पर आ गए। यहां दो घंटे में लगभग दो इंच पानी बरस गया, जिससे मौसम में ठंडक घुल गई और गर्मी से राहत मिली।
मानसून की विदाई का अनुमान
मध्यप्रदेश में मानसून का Period जून से सितंबर के बीच रहता है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में मानसून की विदाई अक्टूबर में हो रही है। इस बार भी ऐसा ही अनुमान है। नया System सक्रिय हो गया है, जिससे प्रदेश के कई जिले फिर से भीग जाएंगे।
डैमों की स्थिति
प्रदेश में ढाई सौ से अधिक डैम में से लगभग 200 भर चुके हैं। कई डैम के Gates 8 से 10 बार खोले जा चुके हैं। कोलार, केरवा, बरगी, अटल सागर समेत कई डैम अभी भी OverFlow हो रहे हैं। आने वाले दिनों में तेज बारिश की संभावना है, जिससे डैम और तालाब फिर से छलक जाएंगे।
मंडला में सबसे ज्यादा बारिश
जबलपुर संभाग का मंडला बारिश के मामले में सबसे आगे है, जहां 57.2 इंच पानी गिर चुका है। सिवनी में 54.2 इंच, श्योपुर में 51.9 इंच, जबकि भोपाल, निवाड़ी और सागर में 50 इंच से ज्यादा बारिश हुई है। श्योपुर में सामान्य से दोगुनी बारिश हुई है।
बारिश के टॉप-10 जिले
सीधी, राजगढ़, डिंडौरी, रायसेन और छिंदवाड़ा जैसे जिलों को भी बारिश के शीर्ष 10 में स्थान मिला है। प्रदेश के 6 जिले ऐसे हैं, जहां बारिश का आंकड़ा 50 इंच से अधिक है।